महोबा जिले में खाद की कमी और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में कथित गड़बड़ी को लेकर समाजवादी पार्टी ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। सांसद अजेंद्र सिंह लोधी के नेतृत्व में सैकड़ों सपा कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और कृषि विभाग कार्यालय का घेराव कर जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ता कार्यालय के भीतर भी घुस गए और सरकार विरोधी नारों से माहौल गरमाया।
सपा नेताओं का आरोप है कि भाजपा सरकार में किसानों को खाद के लिए लंबी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वितरण केंद्रों पर अव्यवस्था का आलम यह है कि हजारों किसान लाइन में खड़े रहते हैं, लेकिन केंद्र पर केवल सीमित मात्रा में ही खाद उपलब्ध होती है। सपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनकी पार्टी के शासन में कभी ऐसी समस्या सामने नहीं आई थी।
सांसद अजेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में जिले में लगभग 132 करोड़ रुपये का गबन हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि कई किसानों को बीमा का लाभ नहीं मिला, जबकि कुछ अधिकारियों, बीमा कंपनी और सरकार से जुड़े लोगों ने किसानों का हक हड़प लिया।
सपा ने एडीएम को चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपा, जिसमें किसानों को खाद, बिजली और पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने, फसल बीमा घोटाले में शामिल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने, अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा दिलाने और किसानों के उत्पीड़न को रोकने की मांग की गई। पूर्व मंत्री बादशाह सिंह ने भी भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केवल सपा ही असली किसान हितैषी पार्टी है।
वहीं, एडीएम कुमार पंकज ने सपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महोबा में खाद की कोई कमी नहीं है। अब तक 1100 मेट्रिक टन से अधिक खाद वितरित की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि वितरण व्यवस्था में समय लगता है, इसलिए किसानों को असुविधा हो सकती है। फसल बीमा मामले में कुछ लोगों द्वारा गलत तरीके से लाभ उठाने की शिकायत मिली है, जिस पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं और कार्रवाई जारी है।
सपा का यह प्रदर्शन महोबा में किसानों की समस्याओं और सरकारी नीतियों पर बढ़ती नाराजगी को दर्शाता है।