बालक आश्रम अधीक्षक पर अश्लील वीडियो दिखाने और बच्चों से एक्टिंग करवाने का आरोप

बस्तर जिले के गोंदियापाल बालक आश्रम में अधीक्षक सुकरु राम बघेल पर गंभीर आरोप लगे हैं। बच्चों ने शिकायत की कि अधीक्षक उन्हें फोन पर अश्लील वीडियो दिखाता था और उसके अनुसार अभिनय करने के लिए कहता था। अगर बच्चे ऐसा नहीं करते थे, तो उन्हें गालियां दी जाती थीं और मारपीट भी की जाती थी। यह मामला बच्चों द्वारा सीधे कलेक्टर को दी गई शिकायत के बाद उजागर हुआ।

कलेक्टर आश्रम का निरीक्षण करने पहुंचे और बच्चों से हुई बातचीत के बाद अधीक्षक को कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) से अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया। DEO ने तत्काल अधीक्षक को प्रभार से निलंबित कर दिया। निलंबन की अवधि में खंड शिक्षा अधिकारी बस्तर विकास खंड का काम संभालेंगे और निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।

अधिकारियों ने कहा कि बालक आश्रम में बच्चों के साथ किसी भी तरह का अपमानजनक व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बच्चों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह कार्रवाई की गई। शिक्षा विभाग ने आश्रम में बच्चों के कल्याण और सुरक्षा की निगरानी बढ़ाने का भरोसा भी दिलाया।

बालक आश्रमों में बच्चों की देखभाल और उनके सुरक्षित वातावरण की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है। ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि किसी भी स्तर पर दुर्व्यवहार या उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

निलंबन के बाद आश्रम में संचालन और बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी अन्य अधिकारी को सौंपी गई है। अधिकारियों का कहना है कि आगे भी आश्रम में नियमित निरीक्षण किया जाएगा और बच्चों के हितों की रक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

इस घटना ने बच्चों की सुरक्षा और बालक आश्रमों में निगरानी के महत्व को एक बार फिर उजागर किया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में किसी भी तरह की अनियमितता की अनुमति नहीं दी जाएगी।

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