दुर्ग-भिलाई में रविवार को हिंदी पत्रकारिता की द्विशताब्दी के अवसर पर राष्ट्रीय वैचारिक संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। इस संगोष्ठी का विषय “भारतबोध, भारतीयता और हिंदी पत्रकारिता” है। कार्यक्रम दोपहर 2.30 बजे महात्मा गांधी कला मंदिर, सिविक सेंटर में आयोजित होगा। इस अवसर पर देशभर के वरिष्ठ पत्रकार, संपादक और लेखक अपने विचार साझा करेंगे।
कार्यक्रम का आयोजन लोक जागरण की संस्था वसुंधरा द्वारा किया जा रहा है। संयोजक विनोद मिश्र ने बताया कि स्कूल शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव मुख्य अतिथि होंगे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार और संपादक हिमांशु द्विवेदी करेंगे। आयोजन का संचालन डॉ. विश्वेश ठाकरे और लेखिका श्वेता उपाध्याय करेंगे।
मुख्य वक्ताओं में चर्चित पत्रकार अनंत विजय और भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक डॉ. संजय द्विवेदी शामिल हैं। डॉ. द्विवेदी माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल के हिंदी विभाग के आचार्य भी हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी के अध्यक्ष शशांक शर्मा अतिथि वक्ता के रूप में विचार रखेंगे।
संगोष्ठी की शुरुआत छत्तीसगढ़ राज्य गीत से होगी, जिसे लोकगायिका रजनी रजक प्रस्तुत करेंगी। समारोह का समापन संस्कृतिकर्मी डॉ. सोनाली चक्रवर्ती की वंदेमातरम प्रस्तुति से किया जाएगा।
इस अवसर पर दो महत्वपूर्ण कृतियों का लोकार्पण भी किया जाएगा। पहली कृति हिंदी पत्रकारिता (1826-1933) पर केंद्रित बहुमत के 148वें विशेष अंक का लोकार्पण होगा, जबकि दूसरी कृति “छत्तीसगढ़ की हिंदी पत्रकारिता: नींव के पत्थर” वसुंधरा के 123वें अंक के रूप में प्रस्तुत की जाएगी।
आयोजन समिति ने कला, साहित्य, शिक्षा, संस्कृति और सामाजिक संगठनों से जुड़े गणमान्य व्यक्तियों को इस संगोष्ठी में शामिल होने का निमंत्रण दिया है। इसमें बीएसपी ऑफिसर्स एसोसिएशन अध्यक्ष नरेंद्र बंछोर, डॉ. रक्षा सिंह, प्रो. डी.एन. शर्मा, पद्मश्री उषा बारले सहित कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भागीदारी सुनिश्चित की है।
संगोष्ठी का उद्देश्य हिंदी पत्रकारिता के इतिहास, भारतीयता और पत्रकारिता के माध्यम से सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देना है। इसके माध्यम से पत्रकारिता के क्षेत्र में विचारों का आदान-प्रदान होगा और आगामी पीढ़ी को पत्रकारिता के मूल्यों और जिम्मेदारियों के प्रति प्रेरित किया जाएगा।