यूपी : बलिया में महज एक हफ्ते में दो मर्डर होने के बाद कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होने लगे है.आमजनता के निशाने पर एसपी ओमवीर सिंह का कार्यकाल है.ताजा मामला 20 सितंबर की देर शाम एक युवक की हत्या गोली मारकर कर दी गयी इस मामले में एसपी ने कई पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
हल्दी थाना के चैनछपरा एवं रेपुरा गांव के बीच दो पक्षों में हुए मारपीट मामले में कर्तव्यनिष्ठा व लापरवाही बरतने के मामले में पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने दो उप निरीक्षक समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
युवक की हत्या मामले में पुलिस के पड़ताल में पता चला कि लक्ष्मी नारायण चौबे पुत्र स्व उदय नारायण चौबे निवासी चैनछपरा (सीताकुण्ड) थाना हल्दी व उसके परिजन तथा पकंज राय पुत्र हरेराम राय निवासी रैपुरा थाना हल्दी के मध्य आपसी विवाद को लेकर मार-पीट हुआ था.
जिसके सम्बन्ध में थाना हल्दी थाने में लक्ष्मी नारायण चौबे के तहरीर पर दो फरवरी 2025 को धारा 191(2), 191(3), 190, 109, 115(2), 352, 131 बीएनएस बनाम पंकज राय पुत्र हरेराम राय समेत सात व अखिलेश कुमार राय पुत्र रामप्रवेश राय उपरोक्त के तहरीर पर पांच फरवरी 2025 को धारा 3 (5), 109, 115(2), 352, 351 (3) बीएनएस बनाम लक्ष्मी नारायण चौबे समेत के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था.
अभियुक्तों के विरूद्व निरोधात्मक कार्यवाही नहीं किये जाने के फलस्वरूप दोनों पक्षों के बीच पुनः 20 सितंबर 2025 को वाद-विवाद हुआ.जिसमें दोनों पक्षों के विवाद में रैपुरा ढाले पर एक अन्य 26 वर्षीय युवक सुनील यादव पुत्र शिवशंकर यादव निवासी निरुपुर थाना हल्दी बलिया की गोली लगने से मृत्यु हो गयी जिसका दोनो पक्षों के बीच हुए विवाद में कोई लेना-देना नही था.
इस मामले में कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता, स्वेच्छाचारिता एवं अनुशासनहीनता बरतने के आरोप में एसपी ओमवीर सिंह द्वारा उपनिरीक्षक रवि वर्मा, उपनिरीक्षक उदय प्रताप सिंह, मुख्य आरक्षी अरविन्द यादव एवं आरक्षी अजय यादव को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया.