भोपाल में पालतू जानवरों की लड़ाई के कारण दंपती ने मांगा तलाक

भोपाल के कुटुंब न्यायालय में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां आईटी क्षेत्र में कार्यरत दंपती ने आपसी मतभेद के चलते तलाक के लिए आवेदन किया। पति और पत्नी दोनों अपने-अपने पालतू जानवरों से अत्यधिक प्रेम करते हैं। पत्नी के पास एक बिल्ली है जबकि पति के पास दो कुत्ते, मछली और खरगोश हैं। दंपती की मुलाकात एक पालतू जानवरों के संरक्षण आंदोलन में हुई थी और इसी के चलते दोस्ती और फिर प्रेम बढ़ा। दिसंबर 2024 में दोनों ने शादी की थी, लेकिन आठ महीने के भीतर उनके बीच विवाद गहरा गया।

शादी के बाद पत्नी ने अपने साथ बिल्ली लाई, जिसको लेकर शुरुआत में दोनों के बीच सहमति थी। लेकिन धीरे-धीरे विवाद बढ़ने लगा। पति ने काउंसलिंग में बताया कि पत्नी की बिल्ली उसके जानवरों का खाना खा जाती है और दिनभर म्याऊं-म्याऊं करती रहती है। वह मछलियों पर भी नजर रखती है और उनके आसपास रहने से अन्य पालतू जानवर डर जाते हैं। वहीं पत्नी का कहना है कि पति के कुत्ते उसकी बात नहीं सुनते और बिल्ली को डराते रहते हैं। वह अपनी बिल्ली को अपनी बच्ची की तरह प्यार करती है और उसे दुखी नहीं देख सकती।

पति-पत्नी के बीच पालतू जानवरों को लेकर तनाव इतना बढ़ गया कि दोनों ने तलाक लेने का निर्णय कर लिया। इसके बाद दोनों के माता-पिता ने मामला कुटुंब न्यायालय के परिवार परामर्श केंद्र में पहुंचाया। यहां दंपती को समझाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि वे आपसी मतभेद भुलाकर अपने संबंध को सुधार सकें।

काउंसलर शैल अवस्थी ने बताया कि यह मामला दंपती के पालतू जानवरों के प्रति प्रेम के कारण उत्पन्न हुआ है। परिवार परामर्श केंद्र की काउंसलिंग दशहरा के बाद जारी रहेगी। न्यायालय और काउंसलिंग टीम का प्रयास है कि दोनों आपसी सहमति से समाधान निकालें और तलाक की प्रक्रिया से बचा जा सके।

हालांकि, दोनों का प्यार अपने पालतू जानवरों के लिए इतनी गहरी है कि यह मामला साधारण घरेलू विवाद से हटकर एक भावनात्मक संघर्ष का रूप ले चुका है।

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