गया: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरिय विश्वविद्यालय के मेडिकल विंग और सिविल लाइन सेवाकेंद्र द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर “नशा मुक्त युवा फॉर विकसित भारत” कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस अवसर पर अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए मिथलेश कुमार, सहायक शिक्षक महावीर इंटर कॉलेज, गया ने कहा कि जो भी व्यक्ति नशे के लत के वश में एक बार जाने-अनजाने फँस जाता है वह समय से पूर्व ही काल का ग्रास बन जाता है. नशामुक्त युवा ही भारत को आगे ले जा सकता है. जब युवा नशे से मुक्त होगा और स्वदेशी अपनाएगा तभी भारत विश्वगुरु बनेगा.
इस कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. नवनीत चंद्र सरन एमबीबीएस फिजिशियन शाहमीर तकिया ने कहा कि नशे की शुरुआत व्यक्ति के जीवन को खोखला करती है फिर परिवार, समाज और देश को खोखला करती है. शरीर को आदत पड़ जाती है नशीले पदार्थों की लेकिन मन मजबूत होता है तो उन्होंने मोबाइल फ़ोन के प्रयोग को भी नशे का एक नया रूप बताया है.
ब्रह्माकुमारी शिला बहन ने कहा परमपिता परमात्मा कितना दयालू कृपालू हैं कि उसने हम आत्मा को अपनी जीवन चलाने के लिये इतनी लाजवाब शरीर रूपी गाड़ी प्रदान की है.परमपिता परमात्मा इतना रहमदिल हैं कि हम इस अनुपम उपहार के लिये परमात्मा का धन्यवाद करना तो दूर, इस गाड़ी को कचरे का डिब्बा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. समाज की हर व्यवस्था के बिगड़ने और सँवरने के पीछे व्यक्ति का ही हाथ होता है. व्यक्ति के मन की इस गिरावट की अति का कारण क्या है ? व्यक्ति यही सोचता है कि शायद मैं कितना भी व्यसन कर लूँ, मैं बचा रहूँगा. परन्तु जैसे मौत को नहीं टाला जा सकता, वैसे व्यसन से होने वाली हानियों , बरबादियों को भी नहीं टाला जा सकता. दोस्ती की आड़ में दुश्मनी – जब एक व्यक्ति को व्यसनी बनाना होता है, तो दोस्तों का दल पता नहीं कहाँ से प्रकट हो जाता है.
इस कार्यक्रम में गाईडेड मेडिटेशन के द्वारा राजयोग का अभ्यास कराया गया साथ ही उपस्थित सभी लोगों ने नशा मुक्ति का शपथ लिया एवं नारे लगाये गये. राजयोग के अभ्यास से नशे से मुक्त लोगों ने अपने अनुभव सुनाये. ब्रह्माकुमारी केंद्र, सिविल लाइन सेवाकेंद्र में संध्या 4.30 से 6.30 बजे तथा प्रात: 7.30 से 8.30 बजे तक निःशुल्क राजयोग का अभ्यास कराया जाता है.