शारदीय नवरात्रि की शुरुआत: डोंगरगढ़ में भक्तों का सैलाब, 10 ट्रेनों का ठहराव; विदेशों से भी हुई ज्योत की बुकिंग

आज से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। सुबह से माता मंदिरों में श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं। रायपुर की मां महामाया का स्वर्ण आभूषण से श्रृंगार किया गया है। बस्तर के मां दंतेश्वरी, डोंगरगढ़ के मां बम्लेश्वरी, बिलासपुर के महामाया मंदिर समेत कई मंदिरों में विशेष आरती के साथ मनोकामना ज्योति कलश प्रज्जवलित किए गए हैं।

डोंगरगढ़ में भीड़ के दौरान भगदड़ से बचने और चलने के लिए जिगजैग की व्यवस्था की गई है। वहीं, ज्योत जलाने विदेशी भक्तों ने भी बुकिंग की है। इसके अलावा 10 एक्सप्रेस ट्रेनों को डोंगरगढ़ में स्टॉपेज दिया गया है।

इस बार भी कई माता-मंदिरों में घी के दीपक नहीं जलाए गए हैं। शक्तिपीठों और देवी मंदिरों की अपनी-अपनी मान्यताएं हैं। इन मंदिरों में लाइव दर्शन, श्रद्धालुओं के रुकने सहित अन्य इंतजाम किए गए हैं।

  • बिलासपुर

जिले के रतनपुर स्थित महामाया मंदिर महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती को समर्पित है। ये 52 शक्ति पीठों में से एक है। देवी महामाया को कोसलेश्वरी के रूप में भी जाना जाता है, जो पुराने दक्षिण कोसल क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी हैं। इस बार करीब एक टोना- पत्तल का ऑर्डर है। जिसमें प्रसाद दिया जाएगा।

  • डोंगरगढ़

डोंगरगढ़ की पहाड़ी पर स्थित मां बम्लेश्वरी देवी का विख्यात मंदिर आस्था का केंद्र है। बड़ी बम्लेश्वरी के समतल पर स्थित मंदिर छोटी बम्लेश्वरी के नाम से प्रसिद्ध है। बम्लेश्वरी शक्ति पीठ का इतिहास करीब 2000 वर्ष पुराना है। इसे वैभवशाली कामाख्या नगरी के रूप में जाना जाता था।

मां बम्लेश्वरी को मध्य प्रदेश के उज्जयिनी के प्रतापी राजा विक्रमादित्य की कुलदेवी भी कहा जाता है। इतिहासकारों ने इस क्षेत्र को कल्चुरी काल का पाया है। मंदिर की अधिष्ठात्री देवी मां बगलामुखी हैं। उन्हें मां दुर्गा का स्वरूप माना जाता है। उन्हें यहां मां बम्लेश्वरी के रूप में पूजा जाता है।

डोंगरगढ़ स्टेशन पर 9 दिन रुकेंगी 10 एक्सप्रेस ट्रेनें

इसके अलावा रेलवे ने नवरात्र पर मां बम्लेश्वरी जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए 10 एक्सप्रेस ट्रेनों को डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन पर स्टॉपेज दी है। 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक 10 एक्सप्रेस ट्रेनें डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन पर 9 दिन 2 मिनट के लिए रुकेंगी। इसके अलावा एक स्पेशल मेमू ट्रेन भी चलाई जाएगी और 2 मेमू ट्रेनों का विस्तार किया गया है।

दुर्ग और डोंगरगढ़ के बीच मेमू स्पेशल

इसके अतिरिक्त दुर्ग और डोंगरगढ़ के मध्य 9 दिन के लिए एक मेमू स्पेशल ट्रेन भी चलाई जाएगी। यह ट्रेन दुर्ग से रसमड़ा, मुरहीपार, परमलकसा, राजनांदगांव, बकल, मुसरा, जटकन्हार होते हुए डोंगरगढ़ पहुंचेगी।

Advertisements
Advertisement