उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां संपूर्ण समाधान दिवस में एक बीएससी और एमए पास बेरोजगार युवक ने खुद को बदलापुर का क्षेत्राधिकारी बनाए जाने की अनोखी मांग कर डाली. अधिकारियों ने प्रार्थना पत्र पर सिग्नेचर और मोहर लगाते हुए बदलापुर इंस्पेक्टर को निस्तारण करने के लिए निर्देशित भी कर दिया. फिलहाल, यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद चर्चा का विषय बन गया है.
ये पूरा मामला बदलापुर का है. शनिवार को यहां संपूर्ण समाधान दिवस था. इस दौरान बदलापुर एसडीएम योगिता सिंह समेत पुलिस और अन्य विभाग के अधिकारी भी जनता की शिकायतों के समाधान के लिए मौजूद थे. इसी दौरान एक ऐसी मांग लेकर एक युवक गया, जिसके प्रार्थना पत्र को कथित तौर पर बिना पढ़े ही एसडीएम ने बदलापुर के प्रभारी निरीक्षक को जांच कर निस्तारण के लिए निर्देशित कर दिया.
समाधान दिवस में अनोखी मांग
जांच अधिकारी के पास जब प्रार्थना पत्र पहुंचा तो वह उसे देखकर हैरान हो गए. दरअसल, बदलापुर में आयोजित समाधान दिवस पर आजमगढ़ जिले के दीदारगंज थाना क्षेत्र के आदममऊ गांव का रहने वाला इंद्रमणि चौहान ने अनोखी मांग कर दी. युवक ने अपने प्रार्थना पत्र में लिखा कि प्रार्थी बेरोजगार है, उसकी शिक्षा बीएससी और एमए है. वह बहुत ज्यादा परेशान है. इसलिए उसे बदलापुर का क्षेत्राधिकारी बनाया जाना अति आवश्यक है.
प्रार्थना पत्र के साथ दिए दस्तावेज
इस प्रार्थना पत्र के साथ युवक ने अपने शैक्षिक प्रमाण पत्र, बैंक पास बुक, आधार और पैन कार्ड की फोटोकॉपी भी साथ में दी थी. बिना PCS परीक्षा पास किए ही क्षेत्राधिकारी बनाए जाने के मांग करने वाले प्रार्थना पत्र पर बदलापुर थाने के प्रभारी निरीक्षक शेष कुमार शुक्ल ने बताया कि क्षेत्राधिकारी बनने के लिए पीसीएस की परीक्षा पास करना अनिवार्य होता है. इसके बाद प्रशिक्षण होता फिर जाकर नियुक्ति होती है. इसलिए इस तरह की मांग पूरी नहीं की जा सकती है.
बिना पढ़े ही SDM ने फॉरवर्ड किया प्रार्थना पत्र
प्रार्थी को क्षेत्राधिकारी बनने के लिए योग्यताएं पूरी करनी चाहिए. अनोखी मांग वाले प्रार्थना पत्र को निस्तारण के लिए फॉरवर्ड करने वाली बदलापुर एसडीएम को लेकर कहा जा रहा है कि उन्होंने बिना प्रार्थना पत्र पढ़े ही मांग को आगे फॉरवर्ड दिया होगा. हालांकि, बताया जा रहा है कि युवक इससे पहले भी इस तरह की मांग कई बार कर चुका है. हर बार उसे समझा कर भेज दिया जाता था, लेकिन शनिवार को युवक बार-बार जिद कर रहा था. इसलिए उसकी जिद को देखते हुए बदलापुर के प्रभारी निरीक्षक को निस्तारण के लिए निर्देशित किया गया था.