दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने एक बड़े जालसाजी के नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. जालसाजों ने भारत सरकार के नाम से फर्जी वेबसाइट और ऑफिस बनाकर देशभर के लोगों को करोड़ों रुपये का चूना लगाया. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए मास्टरमाइंड सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. अब तक की जांच में करीब 60 से 70 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया है.
मास्टरमाइंड अरेस्ट
इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड रत्नाकर है. इसके खिलाफ पहले से 12 मामले दर्ज हैं, जिनमें चीटिंग और रेप के केस भी शामिल हैं. इसी ने फर्जी वेबसाइट बनाई थी और पैसों से गाजियाबाद और उत्तम नगर में फ्लैट व गाड़ियां खरीदी थीं. फर्जी RGSM की ट्रस्ट मेंबर अनिता को बनाया गया था. बैंक अकाउंट भी इसी महिला के नाम पर खुलवाए गए थे. सौरभ को स्टेट हेड बताया गया था और टेंडर इसके नाम से जारी होते थे.
70 करोड़ रुपए का घोटाला
इसके खिलाफ भी पहले से 2 आपराधिक मामले दर्ज हैं. अब तक की जांच में करीब 60 से 70 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया है. जालसाजी के मामले में अब तक 6 केस दर्ज किए जा चुके हैं और 15 पीड़ित पुलिस के पास पहुंच चुके हैं. आरोपियों के पास से पुलिस ने 45 हजार स्कूल यूनिफार्म बरामद किए हैं, जिनकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपए बताई जा रही है. EOW का कहना है कि पीड़ितों की संख्या और भी ज्यादा हो सकती है. जांच जारी है और आगे और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. अब तक मामले में मास्टरमाइंड रत्नाकर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.