यूपी में फिर हमलावर हुए भेड़िये: बबुरी गांव में मिलीं आठ मांद… गन्ने के खेतों में छिपकर हमला करने की कोशिश

बहराइच: बौंडी में सरयू नदी के कछार में बसे मंझारा तौकली के बबुरी गांव के पास घने जंगल में भेड़िये की आठ से ज्यादा मांद मिलने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. सुबह ग्रामीण जब मौके पर पहुंचे तो एक मांद से अचानक भेड़िया निकलकर गन्ने की ओर भाग गया. ग्रामीणों ने बताया कि भेड़िया लंबे समय से इसी जंगल में रहकर आसपास के इलाकों में घूमता है. गांव निवासी संजू और सुमेरी लाल ने बताया कि सुबह करीब 9 बजे वे जंगल के पास पशुओं के लिए खेत में चरी काटने गए थे. तभी दबे पांव आया भेड़िया उन पर झपटने की कोशिश करने लगा. शोर मचाने पर वह गन्ने के खेत की ओर भाग गया.

पूर्व प्रधान दिलीप यादव ने बताया कि गांव से सटे जंगल में करीब भेड़िये की आठ मांदें मिली हैं, जिनमें भेड़िये रहते हैं और समय-समय पर बाहर निकलकर गांव के पास पहुंच जाते हैं. ग्रामीणों ने वन विभाग से भेड़ियों के आतंक को खत्म करने और सुरक्षा की व्यवस्था करने की मांग की है. रेंजर ओंमकार नाथ यादव ने बताया कि ग्रामीणों से मांद मिलने की सूचना मिली है, वहां पर कुछ दूरी पर पिंजरा लगाया गया है. पूरे क्षेत्र में कांबिंग की जा रही है, ड्रोन कैमरे भी लगाए गए हैं.

मचान बनाकर बिता रहे रात

भेड़िया प्रभावित गांव में दहशतजदा ग्रामीण मचान पर रात गुजार रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि रात में नींद नहीं आती. हर समय हमले का डर सताता रहता है. मंझारा तौकली गांव के पास रात में भेड़िये ने एक बकरी पर हमला किया. वहीं सुबह ग्रामीणों ने भी गन्ने के खेत के निकट दो भेडिये को देखने का दावा किया. लगातार हो रहे हमले से ग्रामीण दहशत में हैं.

भेड़िया प्रभावित गांवों में रातभर निगरानी के निर्देश

बहराइच जिले के वन्यजीव प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी बढ़ा दी गई है. महसी और फखरपुर विकास खंड के गांवों में वन्यजीयों के हमले से बचाव के लिए स्ट्रीट लाइटें, सोलर लाइटें और दरवाजे विहीन 24 घरों में अतिरिक्त दरवाजे लगाए गए हैं. बिजली विभाग को रात में निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.

सीडीओ मुकेश चंद्र ने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत सेवक, ग्राम रोजगार सेवक, सफाई कर्मचारी, ग्राम पंचायत सचिव और लेखपालों के साथ ग्रामीणों की टीमों को भ्रमण के लिए लगाया गया है. वहीं जिला स्तर पर उपायुक्त श्रम रोजगार व जिला पंचायत राज अधिकारी के नियंत्रण में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है.

वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ वन दरोगाओं की 32 टीमें प्रभावित गांवों में तैनात की गई हैं. साथ ही पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम के माध्यम से ग्रामीणों को सुरक्षा और बचाव के उपायों के प्रति जागरूक किया जा रहा है. प्रभावित क्षेत्रों में 1,390 स्ट्रीट लाइटें, 61 सोलर लाइटें और दरवाजे विहीन घरों में 24 अतिरिक्त दरवाजे लगाए गए हैं. बिजली विभाग की रात में निरंतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. सीडीओ ने बताया कि 34 नोडल अधिकारियों की टीमें रातभर भ्रमण कर रही हैं और ग्रामीणों को घर के अंदर या छत पर सुरक्षित रहने के लिए प्रेरित कर रही हैं.

पीड़ित परिवार से मिले पूर्व कैबिनेट मंत्री

भेड़िया प्रभावित गांव मंझारा तौकली के मजरा गंदूझाला से गायब तीन साल के बच्चे का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है. इस बीच पूर्व कैबिनेट मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने पीड़ित परिवार से मिलकर मदद का भरोसा दिलाया. पूर्व मंत्री ने जब गायब बालक की मां अनीता देवी से मुलाकात की तो मां फफक पड़ी. एसडीएम कैसरगंज अखिलेश कुमार ने बताया कि घायलों और मृतकों की सूची बनाकर शासन को भेजी जा रही है, जल्द मुआवजा दिलाया जाएगा.

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