समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की रिहाई का इंतजार खत्म होने जा रहा है। करीब 23 महीने सीतापुर जेल में बिताने के बाद वह कल बाहर आएंगे। जेल प्रशासन ने उनकी रिहाई से पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
जानकारी के मुताबिक, आजम खान को कई मामलों में सजा मिलने के बाद जेल भेजा गया था। पिछले दो सालों से वह लगातार जेल में बंद रहे। उनकी रिहाई को लेकर कार्यकर्ताओं और समर्थकों में उत्साह साफ दिखाई दे रहा है। समाजवादी पार्टी के कई नेता भी इस मौके पर जेल के बाहर मौजूद रह सकते हैं।
जेल प्रशासन ने साफ किया है कि सुरक्षा व्यवस्था में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। सीतापुर जेल के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। साथ ही आसपास के इलाकों में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। भीड़ को नियंत्रित करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
राजनीतिक हलकों में आजम खान की रिहाई को लेकर चर्चा तेज हो गई है। माना जा रहा है कि उनकी रिहाई का असर प्रदेश की राजनीति पर भी देखने को मिलेगा। समाजवादी पार्टी उन्हें फिर से सक्रिय राजनीति में उतारने की कोशिश कर सकती है।
आजम खान के परिवार और करीबियों का कहना है कि उन्होंने जेल में रहते हुए काफी कठिन समय गुजारा है। अब उनके घर लौटने से परिवार को राहत मिलेगी। वहीं पार्टी कार्यकर्ता इसे सपा की मजबूती के तौर पर देख रहे हैं।
आजम खान लंबे समय से उत्तर प्रदेश की राजनीति में अहम भूमिका निभाते आए हैं। उनकी छवि एक प्रभावशाली नेता की रही है। यही कारण है कि उनकी रिहाई को लेकर समाजवादी पार्टी का पूरा संगठन सक्रिय हो गया है।
कल होने वाली रिहाई पर सबकी नजरें टिकी हैं। यह सिर्फ एक नेता की जेल से वापसी नहीं, बल्कि सियासी समीकरणों में बदलाव की शुरुआत भी हो सकती है। सीतापुर जेल के बाहर जुटने वाली भीड़ और माहौल इस बात की गवाही देंगे कि आजम खान अब भी राजनीति में कितने असरदार हैं।