दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की हाउसिंग स्कीम एक बार फिर विवादों में घिर गई है। सोमवार को ऑनलाइन फ्लैट बुकिंग शुरू होते ही अचानक वेबसाइट डाउन हो गई। जब लोग दोबारा लॉगिन करने की कोशिश करने लगे, तो देखा कि सभी फ्लैट पहले ही ‘सोल्ड आउट’ दिखा रहे हैं। इस घटना ने हजारों आवेदकों को हैरान कर दिया और सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया।
लोगों का कहना है कि यह तकनीकी खराबी नहीं बल्कि एक साजिश है। कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर लिखा कि जैसे ही उन्होंने बुकिंग शुरू की, वेबसाइट क्रैश हो गई और दोबारा खुलने पर फ्लैट खत्म हो चुके थे। इससे यह शक और गहरा हो गया कि सिस्टम में पहले से ही खेल कर लिया गया था।
डीडीए ने इस मामले में सफाई दी है कि बुकिंग के दौरान भारी ट्रैफिक की वजह से सर्वर पर दबाव बढ़ गया, जिसके चलते वेबसाइट कुछ समय के लिए ठप हो गई। अधिकारियों का दावा है कि सारी बुकिंग नियमों के तहत हुई है और इसमें किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई। लेकिन गुस्साए लोग इस सफाई से संतुष्ट नहीं दिख रहे।
इस बीच कई आवेदकों ने कहा कि उन्होंने महीनों पहले से तैयारी की थी, पैसे जुटाए और फॉर्म भरे, लेकिन अब उन्हें निराशा हाथ लगी। कुछ लोगों ने इसे खुलेआम स्कैम करार दिया और कहा कि जांच होनी चाहिए कि अचानक वेबसाइट डाउन होने के बाद सभी फ्लैट कैसे बिक गए।
विशेषज्ञों का मानना है कि डीडीए जैसी बड़ी एजेंसी को अपनी वेबसाइट और सर्वर सिस्टम को पहले से मजबूत करना चाहिए था। इस तरह की घटनाओं से लोगों का भरोसा डगमगाता है और सरकारी योजनाओं पर सवाल खड़े होते हैं।
अब देखना होगा कि डीडीए इस पूरे विवाद को कैसे संभालता है। फिलहाल सोशल मीडिया पर नाराजगी का माहौल है और लोग लगातार पारदर्शी जांच की मांग कर रहे हैं। आम जनता का कहना है कि अगर तुरंत कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले समय में लोग सरकारी हाउसिंग स्कीमों से पूरी तरह भरोसा खो सकते हैं।