रीवा: जहाँ एक तरफ़ सरकार बिजली आपूर्ति में सुधार का दावा कर रही है, वहीं दूसरी तरफ़ रीवा जिले के ग्रामीण और शहरी इलाकों में बिजली के बिल लोगों को ज़ोर का झटका दे रहे हैं. हाल ही में, बैकुंठपुर के ग्रामीण बड़ी संख्या में बिजली विभाग के कार्यालय पहुँचे, जहाँ उन्होंने बढ़े हुए और मनमाने बिलों को लेकर अपना गुस्सा ज़ाहिर किया.
ग्रामीणों का कहना है कि जब से उनके घरों में नए डिजिटल मीटर लगाए गए हैं, तब से बिजली का बिल कई गुना बढ़ गया है. जहाँ पहले उनका बिल ₹200 से ₹400 के बीच आता था, वहीं अब यह ₹10,000 से ₹20,000 तक पहुँच गया है. एक पीड़ित महिला ने बताया कि उनका बिल नियमित रूप से जमा होने के बावजूद उनकी बिजली काट दी गई है.
ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारी उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. जब वे अपनी समस्या लेकर कार्यालय जाते हैं, तो उन्हें सिर्फ़ आश्वासन देकर लौटा दिया जाता है. लोगों का कहना है कि अधिकारी उनसे मिलने के लिए उपलब्ध नहीं होते, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ जाती है. एक ग्रामीण ने बताया- जो लोग बिजली चोरी करते हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती, लेकिन हम जैसे ग़रीबों को बेवजह परेशान किया जा रहा है.
बढ़े हुए बिलों के साथ-साथ, लोग बिजली कटौती से भी परेशान हैं. उनका कहना है कि अगर वे मनमाने बिलों का भुगतान नहीं करते, तो उनकी बिजली काट दी जाती है, जिससे उन्हें और भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इस मामले पर प्रशासन की चुप्पी लोगों में असंतोष पैदा कर रही है. ग्रामीण अब इस उम्मीद में हैं कि उनकी समस्या पर जल्द ही ध्यान दिया जाएगा और उन्हें राहत मिलेगी.