इंदौर पुलिस ने पलासिया क्षेत्र में चल रहे सेक्स रैकेट का मास्टरमाइंड महिला को गिरफ्तार किया है। आरोपी काकली, ग्राम सोलहव, जिला परगना, पश्चिम बंगाल की रहने वाली है और पिछले तीन वर्षों से फरार थी। पुलिस ने बताया कि यह मामला वर्ष 2022 का है, जिसमें पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उसे बहला-फुसलाकर गलत धंधे में शामिल किया गया।
एडिशनल डीसीपी रामस्नेही मिश्रा ने कहा कि मामले में पहले ही जसमीन निवासी मुंबई और आमरीन निवासी खजराना को गिरफ्तार किया गया था। काकली इस गिरोह की प्रमुख सदस्य थी, जिसकी गिरफ्तारी के साथ ही जांच और तेजी से आगे बढ़ी है। अधिकारियों के अनुसार, अन्य शामिल लोगों की भी तलाश जारी है।
जांच में सामने आया कि यह गिरोह अंतरराज्यीय तरीके से महिलाओं और लड़कियों को बहला-फुसलाकर इंदौर लाता था। पीड़िता को पश्चिम बंगाल से मुंबई बुलाया गया और वहां उसकी मुलाकात गिरोह की अन्य सदस्यों से कराई गई। इसके बाद उस पर देह व्यापार का दबाव बनाया गया।
पुलिस ने बताया कि युवती को पलासिया क्षेत्र में आमरीन के फ्लैट में बंद रखा गया। पीड़िता ने जब विरोध किया, तो उसे खजराना क्षेत्र भेजा गया, जहां घरेलू काम का बहाना कर उससे काम लिया जाता रहा। पीड़िता ने मौके का फायदा उठाकर वहां से भागकर पुलिस के पास पहुंची और पूरी घटना की जानकारी दी।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने बताया कि इस गिरफ्तारी के बाद सेक्स रैकेट के अन्य सहयोगियों की खोज तेज कर दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी से न केवल अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में भी सहायता मिलेगी।
इस मामले ने शहर में सुरक्षा और महिलाओं के संरक्षण पर सवाल खड़ा किया है। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पलासिया पुलिस ने सभी संभावित पीड़ितों की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाने की भी बात कही है।
गिरफ्तारी के बाद जांच अधिकारियों ने कहा कि आरोपी महिला के खिलाफ सभी कानूनी कार्रवाई की जाएगी और अन्य गिरोह के सदस्यों को भी जल्द ही पकड़ने की पूरी कोशिश की जा रही है। यह कार्रवाई इंदौर पुलिस की महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।