अंबाह-पोरसा में फर्जी लोन का मामला, हितग्राही को पैसा नहीं मिला

अंबाह-पोरसा क्षेत्र में फर्जी लोन के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। हाल ही में एक गरीब युवा के साथ ऐसा प्रकरण उजागर हुआ, जिसमें दलालों ने उसके नाम से आठ लाख का लोन स्वीकृत करवाया, लेकिन उसे एक पैसा भी नहीं मिला। उल्टा उसके खाते से लोन की वसूली शुरू हो गई। पुलिस ने बैंक मैनेजर और दलाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पोरसा थाना क्षेत्र के सिंगपुरा गांव निवासी 22 वर्षीय बलराम पुत्र पूरन माहौर ने अंबाह एसडीओपी कार्यालय में शिकायत दी कि उसके गांव का रघुने उर्फ कमल सिंह तोमर बैंकों में दलाली करता है। रघुने ने उसे लोन दिलाने का वादा किया। फरवरी 2024 में बैंक मैनेजर दुर्गेश नंदन के साथ वह दस्तावेज लेने उसके घर आया। बलराम उस समय मजदूरी के लिए सूरत गया हुआ था।

अप्रैल 2024 में रघुने और बैंक मैनेजर आए और बलराम के घर के बाहर खड़ा कर फोटो खींचा। अगस्त में बलराम को बैंक बुलाया गया और कई कागजों पर हस्ताक्षर करवाए गए। उन्हें आश्वासन दिया गया कि लोन की राशि जल्द ही खाते में आएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सितंबर 2024 में बलराम ने देखा कि उसके खाते से 13 हजार रुपये कट गए। बैंक में जाने पर पता चला कि उसके नाम से आठ लाख सात हजार 500 रुपये का लोन स्वीकृत हो चुका है।

बलराम रघुने के पास पहुंचा, तो उसने कहा कि डेयरी के नाम से लोन गोहद की बैक में चला गया है और कुछ दिनों में राशि खाते में आ जाएगी। लेकिन एक साल बीतने के बावजूद पैसा नहीं आया। रघुने अब भुगतान से इनकार कर रहा है और धमकियां भी दे रहा है।

इस मामले की जांच अंबाह एसडीओपी रवि प्रताप भदौरिया कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आवेदन को गंभीरता से लिया गया है और जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार का मामला क्षेत्र में फर्जी लोन और दलालों की गतिविधियों की चिंता को और बढ़ा रहा है।

इस घटना ने क्षेत्रवासियों में वित्तीय जागरूकता और सावधानी की जरूरत को भी उजागर किया है। ग्रामीणों से अपील की जा रही है कि बैंक लेन-देन में किसी भी दलाल या अवैध व्यक्ति पर भरोसा न करें और हर मामले में बैंक के आधिकारिक माध्यमों से ही कार्रवाई करें।

Advertisements
Advertisement