डिजिटल पेमेंट्स ने हमारी जिंदगी आसान बना दी है, लेकिन कभी-कभी ये उम्मीद से बढ़कर मदद भी कर देते हैं. सोशल मीडिया पर ऐसी ही एक कहानी वायरल हो रही है, जिसमें एक शख्स ने बताया कि कैसे यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने उसकी पत्नी का खोया हुआ फोन वापस दिलाने में अहम भूमिका निभाई.
रेडिट पर शेयर की गई पोस्ट में शख्स ने लिखा कि वह और उसकी पत्नी शॉपिंग करने निकले थे ई-रिक्शा से सफर कर रहे थे. उतरते समय उसकी पत्नी का फोन रिक्शा में ही गिर गया, लेकिन उन्हें इसका एहसास नहीं हुआ.
मैंने ऑटो ड्राइवर को UPI से पेमेंट किया और हम आगे निकल गए. थोड़ी देर बाद जब हमने देखा तो फोन गायब था. उस फोन में अभी तक सिम कार्ड भी नहीं डाला गया था, इसलिए कॉल करने का विकल्प भी नहीं था. पहले तो लगा चोरी हो गया, फिर अंदाजा हुआ कि शायद वह रिक्शा में छूट गया.
कैसे वापस आया फोन?
शख्स ने बताया कि उसके पास केवल रिक्शा चालक का UPI ID था, मोबाइल नंबर नहीं. इसी वजह से उन्होंने मान लिया कि फोन अब मिलना मुश्किल है. लेकिन घर लौटते समय अचानक एक मैसेज आया-
मेरे अकाउंट में 1 रुपये क्रेडिट हुआ. और उसके साथ ही मैसेज था-प्लीज कॉल, साथ में ड्राइवर का नंबर भी था.
UPI बना कड़ी
शख्स ने लिखा कि अगर उसने कैश में पेमेंट किया होता, तो रिक्शा चालक से संपर्क करने का कोई तरीका नहीं होता.यह सिर्फ UPI की वजह से संभव हुआ. डिजिटल पेमेंट्स वाकई भरोसे को नई ताकत देते हैं.
इस पोस्ट पर यूजर्स ने खूब प्रतिक्रिया दी. एक शख्स ने लिखा कि उसके साथ भी ऐसा ही हुआ था जब उसका बैग और लैपटॉप ऑटो में छूट गया था. पुलिस ने UPI डिटेल्स से ड्राइवर को ढूंढ निकाला और सामान लौटा दिया.
कई यूजर्स ने रिक्शा चालक की ईमानदारी की तारीफ की. किसी ने लिखा कि UPI से ज्यादा हीरो वह ईमानदार ड्राइवर है, तो किसी ने कहा कि उसे नाम और फोटो के साथ पब्लिकली सम्मान मिलना चाहिए.एक यूजर ने लिखा कि जब सारी उम्मीद खत्म हो जाती है, कभी-कभी UPI ही उम्मीद लौटा देता है.