सबरीमाला मंदिर, केरल का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल, भगवान अय्यप्पा का पवित्र धाम माना जाता है। इस मंदिर के विकास और तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए गुजरात के मलयाली वकील दिनेश नायर ने एक खास पहल की है। उन्होंने सरकार से छह महत्वपूर्ण मांगें की हैं, जिनका उद्देश्य मंदिर के आधुनिकीकरण के साथ परंपराओं का सम्मान बनाए रखना है। नायर का कहना है कि इन सुधारों से श्रद्धालुओं के यात्रा अनुभव में सुधार आएगा और मंदिर का प्रशासनिक और पर्यावरणीय स्तर मजबूत होगा।
नायर ने अपनी मांगों में बेहतर ट्रांसपोर्ट सुविधा, तीर्थयात्रियों के लिए आवश्यक सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य और सुरक्षा उपाय, पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहुंच सुनिश्चित करना, तथा प्रशासनिक और वैश्विक जुड़ाव शामिल किया है। उनका उद्देश्य मंदिर में एक स्थायी और श्रद्धालु-अनुकूल वातावरण बनाना है।
इन प्रयासों से यह उम्मीद जताई जा रही है कि सबरीमाला में तीर्थयात्रा करना आसान और सुरक्षित होगा। नायर ने केरल सरकार और देवस्वोम बोर्ड से इन मांगों पर विचार करने और उनके कार्यान्वयन की दिशा में कदम उठाने का आग्रह किया है।
इस पहल के साथ ही केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने हाल ही में सबरीमाला के विकास के लिए 1000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की घोषणा की है। इन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को सुगम बनाना और मंदिर की आधुनिक सुविधाओं को बढ़ाना है।
नायर का यह कदम न केवल प्रशासनिक सुधारों के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि यह मंदिर की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपराओं को बनाए रखते हुए तीर्थयात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में भी एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी परियोजनाओं में पारदर्शिता और जनता की भागीदारी सुनिश्चित हो।
सबरीमाला मंदिर के कायाकल्प की यह पहल मंदिर के आधुनिकीकरण और श्रद्धालुओं के अनुभव को नया रूप देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जिससे यह धार्मिक स्थल आने वाले वर्षों में और अधिक आकर्षक और सुरक्षित बन सकेगा।