डूंगरपुर: उत्तरप्रदेश में गत दिनों आई लव मोहम्मद के बैनर को लेकर कुछ संगठनों द्वारा विरोध किया गया तथा पुलिस प्रशासन पर दबाव डालकर 25 निर्दोष युवकों पर एफआईआर दर्ज करा दी गई, जिसके विरोध स्वरूप मुस्लिम युवक संगठन डूंगरपुर की ओर से कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया तथा संगठन द्वारा यूपी में आई लव मोहम्मद जुलूस के दौरान हुए हंगामे व पुलिस पर दबाव डालकर 25 युवाओं पर दर्ज की गई एफआईआर को निरस्त करवाते हुए उन्हें न्याय दिलाने की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौपा.

मुस्लिम युवक संगठन डूंगरपुर के जिलाध्यक्ष अब्दुल गनी शेख ने बताया कि यूपी में आई लव मोहम्मद के बैनर को लेकर कुछ असंवैधानिक संगठनों द्वारा विरोध किया गया था. वहीं, पुलिस प्रशासन पर दबाव डालकर निर्दोष युवकों पर एफआईआर दर्ज करवा दी गई. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई न केवल अनुचित है बल्कि भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों का उल्लंघन भी है.
भारतीय संविधान में प्रत्येक नागरिक को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्राप्त है. अनुच्छेद 25 प्रत्येक व्यक्ति को अपने धर्म का पालन और प्रचार करने की स्वतंत्रता देता है. वहीं, अनुच्छेद 21 नागरिकों को जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार प्रदान करता है. ऐसे में धार्मिक प्रेम और आस्था के आधार पर कार्यवाही करना असंवैधानिक है.
संगठन ने ज्ञापन के माध्यम से मांग करी कि मुसलमानों की धार्मिक आस्थाओं का अपमान कर समाज में तनाव फैलाने वाले संगठनों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए. साथ ही 25 युवकों पर दर्ज की गई एफआईआर को निरस्त कर उन्हें न्याय प्रदान किया जाए. इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अब्दुल गनी शेख, पूर्व सदर इफ्तिफ्ताखर हुसैन, वाहिद खान पठान, उस्मान शाह, साबिर, इम्तियाज बंगा, रहीस खान, आयतुल्लाह, हसनेंन शेख, मोहिन शेख, सलमान मकरानी, इस्माइल शेख, अरमान लखारा, तोहिद शेख, सुहेल शा, नदीम शेख, असरत शेख, आदिल खा, अफजल लखारा, तोहिद शेख, नोमान मकरानी रहमान शेख, मुफद्दल शेख नदीम, शाहिल, रेहान आदि मौजूद रहे.
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