बहराइच: भारत-नेपाल के बार्डर क्षेत्र में घाघरा बैराज पर लावारिस मोटर बोट मिली है. मोटरबोट के इस तरह संदिग्ध परिस्थिति में मिलने पर वन विभाग और पुलिस दोनों ही सतर्क हो गए हैं और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है.
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे जलक्षेत्र में बुधवार सुबह अचानक हड़कंप मच गया, जब मिहीपुरवा इलाके में घाघरा नदी पर बने चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के बाएं तटबंध के किनारे एक मोटरबोट लावारिस हालत में खड़ी मिली. खास बात यह रही कि बोट पर “SKY BIRD” प्रिंट है. मोटरबोट के इस तरह संदिग्ध परिस्थिति में मिलने पर वन विभाग और पुलिस दोनों ही सतर्क हो गए हैं और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है.
बहराइच जिले में कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग का यह इलाका संरक्षित क्षेत्र में आता है, जहां मछली का शिकार पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया है. ऐसे में मोटरबोट के वहां खड़े होने से कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. सबसे बड़ी चुनौती यह है कि यह बोट जलीय मार्ग से कहां से आई और कब इस क्षेत्र में पहुंची. अब तक इस बारे में कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आ सकी है.
बोट की कीमत भी बेशकीमती बताई जा रही है, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि उस पर न तो कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद था और न ही कोई अन्य व्यक्ति। इस वजह से पूरे मामले में रहस्य और गहराता जा रहा है। स्थानीय लोगों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर इतनी महंगी मोटरबोट बिना चालक या सवारियों के यहां कैसे पहुंच गई.
फिलहाल पुलिस और वन विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं. उनका कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही साफ हो पाएगा कि यह मोटरबोट किसकी है और इसका यहां आने का मकसद क्या था. साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि कहीं इसका संबंध अवैध गतिविधियों से तो नहीं है. कुल मिलाकर लावारिस मोटरबोट मिलने की यह घटना सीमा क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर नए सवाल खड़े कर रही है.