भारत ने लंदन में राष्ट्रमंडल खेलों की मूल्यांकन समिति के समक्ष 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए अपना प्रस्ताव औपचारिक रूप से प्रस्तुत कर दिया है. भारतीय दल का नेतृत्व गुजरात सरकार के माननीय खेल मंत्री हर्ष संघवी और सीजीए इंडिया की अध्यक्ष डॉ. पी टी उषा ने किया. इस दौरान हरि रंजन राव (सचिव, खेल विभाग), खेल-युवा मामले और खेल मंत्री (MYAS) अश्विनी कुमार; प्रधान सचिव, खेल, युवा और सांस्कृतिक गतिविधियां विभाग, गुजरात सरकार; बंछा निधि पाणि, आयुक्त, अहमदाबाद नगर निगम, रघुराम अय्यर, सीईओ, राष्ट्रमंडल खेल संघ, भारतीय राष्ट्रमंडल खेल संघ, लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह, कार्यकारी बोर्ड के सदस्य, सीजीए इंडिया और अजय नारंग, ईए टू प्रेसिडेंट, सीजीए भी भारतीय की टीम का हिस्सा थे.
इस अवसर पर गुजरात सरकार के खेल मंत्री ने कहा, “अहमदाबाद में शताब्दी राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन न केवल गुजरात के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए एक गौरवपूर्ण मील का पत्थर होगा. हम इन खेलों को एक उत्प्रेरक के रूप में देखते हैं – हमारे युवाओं को प्रेरित करने, 2047 के विकासशील भारत की ओर हमारी यात्रा को गति देने और अगले 100 सालों के लिए राष्ट्रमंडल आंदोलन को मज़बूत करने के लिए.”
राष्ट्रमंडल खेलों के भविष्य को आकार देंगे
इसके साथ ही भारतीय राष्ट्रमंडल खेल संघ के अध्यक्ष ने कहा, “भारत की दावेदारी केवल क्षमता के बारे में नहीं, बल्कि मूल्यों के बारे में भी है. अहमदाबाद ग्लासगो 2026 से कमान संभालने और 2034 के खेलों के लिए एक आधारशिला के रूप में कार्य करने के लिए तैयार है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि शताब्दी संस्करण अतीत का सम्मान करते हुए राष्ट्रमंडल खेलों के भविष्य को आकार दे.”
राष्ट्रमंडल खेल 2030 का आयोजन ऐतिहासिक महत्व रखता है. यह राष्ट्रमंडल खेल आंदोलन के 100 वर्ष पूरे होने का प्रतीक है. अहमदाबाद को इस शताब्दी आयोजन के लिए मेज़बान शहर के रूप में स्थान दिया गया है. यह शहर अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजन स्थलों, मज़बूत परिवहन प्रणालियों और उच्च-गुणवत्ता वाले आवास पर केंद्रित एक सघन खेल आयोजन स्थल प्रदान करेगा.
सामर्थ्य, समावेश और स्थिरता पर ज़ोर
गेम्स रीसेट सिद्धांतों के अनुरूप यह प्रस्ताव सामर्थ्य, समावेश, लचीलेपन और स्थिरता पर जोर देता है. यह पैरा-स्पोर्ट्स के एकीकरण, मानवाधिकारों के संरक्षण, लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और एक दीर्घकालिक विरासत ढांचे को स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है. यह सुनिश्चित करता है कि खेलों के अलावा एथलीटों, समुदायों और व्यापक राष्ट्रमंडल को भी लाभ मिले.
आईसीसी क्रिकेट विश्व कप, इंडियन प्रीमियर लीग और 2022 के राष्ट्रीय खेलों जैसे आयोजनों के सफल आयोजन के साथ, अहमदाबाद का सिद्ध मेज़बानी रिकॉर्ड भारत की उम्मीदवारी को और मज़बूत करता है. यह शहर एशियाई एक्वेटिक्स 2025, एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2026, विश्व पुलिस और अग्निशमन खेल 2029 और कई अन्य बहु एवं एकल खेल आयोजनों की मेजबानी भी करेगा, जिससे 2030 तक परिचालन अनुभव में वृद्धि होगी.