सोनभद्र: ओबरा नगर पंचायत ने आखिरकार शहर की सड़कों को जाम से मुक्ति दिलाने का बीड़ा उठा लिया है. हाल ही में चलाए गए एक जोरदार अभियान में मैन चौराहे से पुराने थाने तक सड़क किनारे लगीं करीब 50 रेहड़ी-पटरी दुकानों को हटाया गया. इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य त्योहारी सीजन से पहले सड़कों पर लगने वाले जाम और संभावित दुर्घटनाओं को रोकना है.
नगर पंचायत के बड़े बाबू सुधांशु मिश्रा के अनुसार, यह कार्रवाई सीधे अधिशाषी अधिकारी के आदेश पर की गई. उन्होंने बताया कि सड़क किनारे बढ़ते अतिक्रमण की वजह से आए दिन ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा हो रही थी. त्योहारी सीजन के आते ही बाजारों में भीड़ और भी बढ़ जाती है, जिससे जाम की स्थिति गंभीर होने के साथ-साथ दुर्घटना का खतरा भी बढ़ जाता है। इसी खतरे को देखते हुए प्रशासन ने पहले से ही तैयारी कर ली है.
इस कार्रवाई से सब्जी, राशन और फल बेचने वाले व्यापारियों में काफी नाराजगी है. उनका कहना है कि वे हर सुबह दुकान लगाते हैं और शाम को हटा लेते हैं, जिससे कोई स्थायी अतिक्रमण नहीं होता। इन व्यापारियों ने प्रशासन से अनुमति मांगी है कि उन्हें अपनी दुकानें लगाने दी जाएं क्योंकि यह उनके परिवार की रोजी-रोटी का एकमात्र साधन है. फिलहाल, प्रशासन से कोई सकारात्मक जवाब न मिलने पर दुकानदारों ने खुद ही अपना सामान समेट लिया.
नगर पंचायत के अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई बिना किसी पूर्व सूचना के नहीं की गई. उन्होंने बताया कि अभियान शुरू होने से पहले दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने की सूचना दे दी गई थी और सड़क से अतिक्रमण हटाने का अनाउंसमेंट भी कराया गया था। अभियान में नायब तहसीलदार, लेखपाल और स्थानीय ओबरा पुलिस भी मौजूद रही, जिससे यह कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हो सकी.