अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लंदन के मुस्लिम मेयर सादिक खान को निशाने पर लिया है. राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में अपने संबोधन के दौरान सादिक खान को टार्गेट करते हुए कहा कि वो ब्रिटेन की राजधानी लंदन में शरिया कानून लागू करना चाहते हैं.
शरिया कानून इस्लामी कानून है, जो कुरान और हदीस से लिया गया है. कुछ मुस्लिम बहुल देशों में यह कानून लागू है जो काफी विवादित भी रहा है. माना जाता है कि शरिया कानून व्यक्तियों, खासकर महिलाओं की आजादी पर कड़ी पाबंदियां लगाता है.
लंदन के मेयर पर निशाना साधते हुए ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा, ‘लंदन में बहुत अजीब सा मेयर है… आज जब मैं लंदन को देखता हूं, तो पाता हूं कि यह शहर पूरी तरह बदल चुका है. अब वो वहां शरिया कानून लागू करना चाहते हैं. लेकिन आपको याद रखना चाहिए कि आप किसी दूसरे देश (ब्रिटेन में) हैं और यहां आप ये काम नहीं कर सकते हैं.’
यूरोप की नीतियों पर भी हमला
ट्रंप ने यूरोप की इमिग्रेशन (प्रवासन) और जलवायु नीतियों की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘प्रवासन और यूरोप की आत्मघाती ऊर्जा नीतियां पश्चिमी यूरोप के लिए मौत का कारण बनेंगी अगर तुरंत कोई कदम नहीं उठाया गया. यह स्थिति लंबे समय तक नहीं चल सकती.’
ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र में ही खड़े होकर अंतरराष्ट्रीय संगठन पर आरोप लगाया कि वो पश्चिमी देशों और उनकी सीमाओं पर ‘हमले को फंड’ कर रहा है.
ट्रंप ने यूरोप में प्रवासियों की बढ़ती संख्या के संदर्भ में कहा, ‘यूरोप गंभीर संकट में है. यहां अवैध प्रवासियों का ऐसा आक्रमण हुआ है, जैसा पहले कभी नहीं देखा गया.’
ट्रंप की टिप्पणी पर लंदन के मेयर ने किया पलटवार
सादिक खान पर ट्रंप की टिप्पणी से विवाद बढ़ गया है और अब लंदन के मेयर की तरफ से प्रतिक्रिया भी आ चुकी है. लंदन मेयर के प्रवक्ता ने ट्रंप के बयानों को नफरती और पक्षपातपूर्ण करार दिया.
ब्रिटिश अखबार द इंडिपेंडेंट के मुताबिक, प्रवक्ता ने कहा, ‘लंदन दुनिया का सबसे महान शहर है, जो अमेरिका के बड़े शहरों से भी ज्यादा सुरक्षित है. हमें खुशी है कि यहां रिकॉर्ड संख्या में अमेरिकी नागरिक बस रहे हैं.’
ब्रिटेन की सत्ताधारी लेबर पार्टी के सांसद वेस स्ट्रेटिंग ने भी मेयर खान का बचाव किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘सादिक खान लंदन में शरिया कानून लागू करने की कोशिश नहीं कर रहे. वे ऐसे मेयर हैं जो प्राइड मार्च में शामिल होते हैं, विविधता का समर्थन करते हैं और लंदन के परिवहन, वायु गुणवत्ता, सड़कों, सुरक्षा और अवसरों में सुधार पर फोकस करते हैं.’
मुस्लिम काउंसिल ऑफ ब्रिटेन ने भी ट्रंप पर कसा तंज
मुस्लिम काउंसिल ऑफ ब्रिटेन ने ट्रंप पर तंज कसते हुए कहा कि वो ट्रंप के ‘स्वास्थ्य और भलाई’ के लिए दुआ कर रहे हैं क्योंकि उनकी ‘भ्रम की स्थिति’ दिन-ब-दिन और खराब होती जा रही है.
ट्रंप और सादिक खान के बीच यह विवाद नया नहीं है. दोनों के बीच कई सालों से विवाद चला आ रहा है जिसमें तीखी बयानबाजी शामिल है.
हाल ही में ब्रिटेन की यात्रा के दौरान ट्रंप ने खुलासा किया कि उन्होंने खान को विंडसर कैसल में शाही भोज के लिए आमंत्रित न करने का अनुरोध किया था. ट्रंप ने कहा था, ‘मैं नहीं चाहता था कि वो वहां हों, इसलिए मैंने अनुरोध किया कि उन्हें न बुलाया जाए.’
ट्रंप ने खान को ‘दुनिया के सबसे खराब मेयरों में से एक’ बताया और उन पर प्रवासन, अपराध और सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर बेहद खराब काम करने का आरोप लगाया है.
उन्होंने लंदन में बढ़ते चाकू अपराध और शहर की ‘गंदगी और कचरे’ को लेकर भी खान की आलोचना की. दूसरी ओर, खान ट्रंप की प्रवासन नीतियों और विभाजन पैदा करने वाले बयानों की निंदा करते रहे हैं.