कुरुद : जिला पंचायत धमतरी के सदस्य एवं कुरुद के दिग्गज कांग्रेस नेता नीलम चंद्राकर ने बिजली बिल में हुई भारी बढ़ोतरी को लेकर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार का स्मार्ट मीटर, जनता की जेब से अप्रत्याशित टैक्स वसूलने का पर्याय बन चुका है.उनका आरोप है कि साय सरकार को अभी पौने दो साल ही हुए हैं, और लगातार बिजली दरें बढ़ाई जा रही हैं.कोयला हमारा है, हमारे खेत-खलिहान खोदे जा रहे हैं, फिर भी छत्तीसगढ़ के लोगों को महंगी बिजली क्यों दी जा रही है?
चंद्राकर ने कहा कि सत्ता में आने के बाद साय सरकार ने दावा किया था कि स्मार्ट मीटर से सटीक बिल मिलेगा और उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली मिलेगी.लेकिन वास्तविकता इससे उलट है.स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को अपेक्षा से कहीं अधिक बिजली बिल का झटका लग रहा है। जुलाई तक जिन घरों का बिल 200 से 300 रुपये आता था, वहां अब 1500 रुपये से ज्यादा का बिल आ रहा है। उन्होंने कहा कि मजदूरी कर रोज 200–300 रुपये कमाने वाले मेहनतकश लोगों की आधी से ज्यादा कमाई अब बिजली बिल में जा रही है.इससे लोगों का घरेलू बजट पूरी तरह गड़बड़ा गया है और हर परिवार बिल देखकर हैरान व परेशान है.
लगातार बिजली बिल में बढ़ोतरी की कवायद चल रही
जिला पंचायत सदस्य नीलम ने आगे कहा कि भाजपा की तत्कालीन रमन सरकार ने बिजली विभाग को निजी हाथों में बेच दिया था.तब से विभाग में सरकारी भर्ती ही नहीं हो रही है.जब स्मार्ट मीटर लगाये जा रहे थे, तब किसी को शासन खुलकर बात नहीं बता रहा था.आज बिजली विभाग की पोल खुल गई. गरीब आदमी बिजली बिल जमा करे या दो वक्त की रोटी जुगाड़ करें. सिर्फ उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए अच्छा मीटर को बदल दिया.
भाजपा सरकार उद्योगपतियों की सरकार है और इन्हें लाभ पहुंचाने के लिए हद से भी गुजर सकती है.गरीब के हक मार कर उद्योगपतियों के जेब भर रहे हैं.जबकि कांग्रेस के भूपेश बघेल की सरकार में 400 यूनिट तक हाफ बिजली बिल का लाभ मिल रहा था.लेकिन भाजपा सरकार में लगातार बिजली बिल में बढ़ोतरी करने की कवायद चल रही है.
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