नवरात्रि में होने वाले डांडिया कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय की एंट्री पर रोक को लेकर दूसरे प्रदेशों में हो रहा विवाद अब बिहार पहुंच गया है. नवादा में बुधवार (24 सितंबर, 2025) को अलग-अलग संगठनों की ओर से बैठक हुई. बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और छत्रपति शिवाजी सेवा संस्थान जैसे संगठनों की ओर से आयोजकों को सख्त चेतावनी जारी की गई कि डांडिया कार्यक्रम में गैर-हिंदुओं का प्रवेश किसी भी सूरत में ना हो.
हिंदू बनाने के नाम पर तिलक लगाने और गोमूत्र पिलाने जैसी धमकी दी गई है. यह चेतावनी स्थानीय स्तर पर तनाव बढ़ाने वाली है जबकि देशभर में ऐसे ही विवाद गरबा आयोजनों को लेकर उभर रहे हैं.
नवादा में कई जगहों पर हो रहा डांडिया कार्यक्रम
नवादा में तीन प्रमुख स्थानों पर डांडिया कार्यक्रम हो रहा है. इनमें गांधी इंटर विद्यालय में दो दिवसीय कार्यक्रम और विजय सिनेमा हॉल में एक दिवसीय आयोजन शामिल है. तीसरा स्थान स्थानीय स्तर पर बड़े पैमाने का डांडिया इवेंट है. इन सभी आयोजनों के संदर्भ में बजरंग दल के जिला संयोजक अनीश सिंह, वीएचपी के जिला महामंत्री सुबोध लाल और छत्रपति शिवाजी सेवा संस्थान के सचिव जितेंद्र प्रताप जीतू ने डांडिया आयोजकों के साथ बुधवार को बैठक की.
बैठक के दौरान संगठनों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि कोई गैर-हिंदू कार्यक्रम में घुसा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. आयोजकों को साहब कोठी के मंदिर में बुलाकर चेतावनी दी गई कि गैर-हिंदू प्रवेश पर सख्ती बरतें नहीं तो उन्हें तिलक लगाया जाएगा और गोमूत्र पिलाकर धर्म परिवर्तन किया जाएगा.
डांडिया आयोजकों ने संगठनों की चेतावनियों को स्वीकार कर लिया. उन्होंने कहा कि हम गैर-हिंदुओं को कभी आमंत्रित नहीं करते और न ही करेंगे. हमारे कार्यक्रम केवल हिंदू समुदाय के लिए हैं. हालांकि, आयोजकों ने चिंता जताई कि ऐसी धमकियों के बीच कार्यक्रमों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी. उन्होंने बताया कि सभी आयोजन जिला प्रशासन से अनुमति लेकर हो रहे हैं और सुरक्षा-व्यवस्था पूरी तरह प्रशासन पर निर्भर है.