छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राजधानी रायपुर के सरोना स्थित शुभम “के मार्ट” में रोजमर्रा की जरूरत का सामान खरीदते हुए लोगों से रूबरू हुए। उन्होंने 1,645 रुपये की खरीदारी खुद की और यूपीआई से भुगतान किया। इस दौरान उनका उद्देश्य था जीएसटी दरों में हुई कटौती का आम जनता तक असर जानना और खुद अनुभव करना।
मुख्यमंत्री ने गृहिणियों, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों से उनके घरेलू बजट और दिनचर्या के बारे में बातचीत की। उन्होंने यह भी सुना कि दवाइयों और राशन की कीमत घटने से लोगों को बड़ी राहत मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुधार केवल कागजों में नहीं बल्कि हर परिवार की ज़िंदगी में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। उन्होंने लोगों से स्वदेशी उत्पादों का समर्थन करने का आग्रह भी किया।
मार्ट में खरीदारी कर रहे रिटायर्ड एयरफोर्स अधिकारी टीपी सिंह ने कहा कि जीएसटी सुधार ऐतिहासिक बजट क्रांति के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले जितने पैसों में 30 दिन का राशन मिलता था, अब वही पैसे 40 दिन से अधिक का राशन खरीदने में पर्याप्त हैं।
अवंतिविहार निवासी लद्दाराम नैनवानी ने बताया कि स्टेशनरी पर पहले 12 फीसदी टैक्स लगता था, अब इसे पूरी तरह शून्य कर दिया गया है। इससे बच्चों की सालाना स्टेशनरी पर करीब 2,000 रुपये का खर्च घटकर 1,760 रुपये रह गया।
मार्ट में खरीदारी करने आए मुरलीधर ने कहा कि उन्होंने केवल चार जरूरी सामान लेने आए थे, लेकिन जीएसटी दरों में कटौती देखकर चार गुना अधिक सामान खरीद लिया। चंगोराभाटा के दंपति जितेंद्र और पद्मा देवांगन ने बताया कि उनके मासिक बजट में करीब 10 फीसदी की कमी आई है, जिससे त्योहारी खरीदारी में राहत मिली।
सविता मौर्य और अनीता साकार ने कहा कि श्रृंगार सामग्री के दाम घटने से निर्धारित बजट से अधिक खरीदारी करने का अवसर मिला।
मुख्यमंत्री साय का यह कदम आम जनता के बीच पहुँचकर उनके अनुभव जानने का प्रयास है। जीएसटी दरों में हुए सुधार से बाजार में रौनक बढ़ी है और आम लोग रोजमर्रा की वस्तुएं सस्ते दामों में खरीद पा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सभी से देशभक्ति और स्वदेशी उत्पादों के समर्थन का आह्वान भी किया।