श्योपुर जिला अस्पताल की लापरवाही से मचा बवाल – 26 सितंबर को जनसंघर्ष का ऐलान!

श्योपुर : जिला अस्पताल में लंबे समय से व्याप्त अव्यवस्थाओं और अधिकारियों के अभद्र व्यवहार के खिलाफ जनपद पंचायत अध्यक्ष रीना मीणा सामाजिक संगठनों, और युवाओं द्वारा श्योपुर शहर के स्टेडियम पर इकठ्ठा होकर जनसंघर्ष किया जाएगा और जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन भी दिया जाएगा.एवं सीएम डॉक्टर मोहन यादव को भी मामले से अवगत कराया जाएगा.

लोगों का आरोप है कि अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली, दवाओं की कमी, डॉक्टरों की लापरवाही और अधिकारियों के असंवेदनशील रवैये के कारण मरीजों की जान जोखिम में पड़ रही है.लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और तस्वीरों का हवाला देते हुए कहा कि कई मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल रहा, और उन्हें जमीन पर बैठकर ऑक्सीजन लेने जैसी दुर्दशा का सामना करना पड़ रहा है.

जब इन समस्याओं को उठाया गया, तो अस्पताल प्रशासन द्वारा उन्हें धमकाया और प्रताड़ित किया जाता है और समाजसेवियों और मीडिया को भी शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने की धमकियां मिलती है.लोगों में अब इस मामले को लेकर काफी आक्रोश व्याप्त है.सामाजिक संगठनों ने चेतावनी दी कि 26 सितंबर को बह चरणबद्ध आंदोलन करेंगे और जनस्वास्थ्य की इस उपेक्षा के खिलाफ जिला स्तर पर व्यापक विरोध किया जाएगा.

सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो के आधार पर पुलिस ने लिया एक्शन 

एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ.जिसमें जनपद अध्यक्ष पति और उसका भाई डॉक्टरों के साथ सही तरीके के व्यवहार और पुलिस कर्मी के साथ मारपीट धक्का मुक्की करते नजर आ रहे है.हालांकि वीडियो में यह साफ सुना नहीं जा सकता है कि वास्तविक स्थिति में जिला अस्पताल में आखिर हुआ क्या था. अगर डॉक्टरों के द्वारा गलत व्यवहार किया गया था.तो उसकी आवाज को क्यों सुना नहीं जा रहा है।हालांकि यह विषय पुलिस जांच का है.

श्योपुर जिला अस्पताल में हुई घटना से जिले के लोगों में आक्रोश 

जिला अस्पताल श्योपुर में जनपद अध्यक्ष रीना मीणा का स्वास्थ खराब होने के चलते भर्ती कराया गया था. इसी दौरान जिला अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा जनपद अध्यक्ष रीना मीणा का उपचार किया जा रहा था. डॉक्टरों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जनपद अध्यक्ष पति आशीष मीणा और उनके साथी ने डॉक्टर से अभद्र व्यवहार किया पुलिस कर्मी के साथ मारपीट की.इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ उसके बाद जिला अस्पताल के स्टॉफ ने मामले की जानकारी एसपी को दी और कार्रवाई की मांग की हालांकि जिला अस्पताल के डॉक्टरों के आवेदन पर जनपद अध्यक्ष पति और दो अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.

जबकि जनपद अध्यक्ष पति आशीष मीणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल पहुंचने पर मेरी पत्नी को समय पर इलाज नहीं मिला.इस बात को लेकर आपत्ति जताई तो ड्यूटी पर मौजूद अस्पताल का स्टाफ भी अभद्रता से पेश आया.

जनपद अध्यक्ष बोली 26 को करेंगे जनसंघर्ष लोगो से की अपील

जनपद अध्यक्ष रीना मीणा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.जिसमें बह जिले के लोगों से 26 सितंबर को जनसंघर्ष में शामिल होने की अपील कर रही है.उन्होंने कहा कि जब जिला अस्पताल में जनप्रतिनिधि के साथ अभद्र व्यवहार किया जाएगा.तो आम जनता के साथ किस तरह का व्यवहार जिला अस्पताल में किया जाता होगा.

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं था. मेरा पति और परिवार के लोग मुझे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे. मुझे स्ट्रेचर पर लिटाया गया था. ऐसा नहीं है कि हम जिला अस्पताल में नियम विरुद्ध तरीके से गए हो. नियम अनुसार पर्चा भी बनवाया गया था.डॉक्टरों की लापरवाही जिला अस्पताल में देखी गई. मैं खुद जनप्रतिनिधि जनपद अध्यक्ष हूं. मेरे साथ इतना बुरा व्यवहार हुआ डॉक्टर ने जांच तो नहीं की बल्कि मेरी नाक में नली (राइल्स ट्यूब) डाली. जबकि मैंने कोई पॉइजन (जहर)तो खाया नहीं था.

 

फूड प्वाइजनिंग भी नहीं हुई जब मैंने बोला कि मुझे उल्टियां सर दर्द घबराहट है जब में पूरी स्थिति बता रही हूं फिर मुझे सुना नहीं जा रहा जब मेरी स्थिति बिगड़ी तब मेरे परिजनो ने उस नली (राइल्स ट्यूब) को हटा दिया. मेरे द्वारा बताया भी गया था कि मुझे सांस लेने में परेशानी आ रही है. फिर भी डॉक्टरों ने बह नली (राइल्स) ट्यूब क्यों डाली.

नर्सों के द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया. जिला अस्पताल में गंदगी पसर रही है। 26 सितंबर को डॉक्टरों की लापरवाही.गैर जिम्मेदार रवैया. अस्पताल परिसर में फैली भयंकर गंदगी और अव्यवस्था. मरीज और परिजनों के साथ गंदा और अपमानजक व्यवहार. स्टाफ की दादागिरी और धमकी भरी भाषा. सिविल सर्जन डॉक्टर रवि गोयल द्वारा लगातार की जा रही मनमानी और आवाज उठाने वालों को झूठे केस में फंसने का प्रयास.

यह सहन नहीं करेंगे. इसके अलावा जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि आशीष मीणा पर FIR का विरोध. जिला अस्पताल की दुर्दशा आप नागरिकों की आवाज को प्रशासन तक पहुंचाने इन सभी मामलों को लेकर यह जनसंघर्ष किया जाएगा.

बीजेपी नेता और युवाओं ने सोशल मीडिया पर जिला अस्पताल में चल रही अव्यवस्था और दुर्व्यवहार के खिलाफ आवाज बुलंद की

बीजेपी के कद्दावर नेता रामलखन नापाखेड़ली ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वैसे जिला अस्पताल में स्टॉफ का व्यवहार ठीक तो नहीं है. प्रबंधन को ध्यान देने की जरूरत है.इसके अलावा जिले युवाओं ने भी अपनी आवाज को बुलंद करते हुए लिखा कि गरीब जनता के साथ रोज इस तरह की घटना होती है. पर बह गरीब है इसी लिए चुपचाप बह सह लेते हैं.उनके पास इतना पैसा तो नहीं है कि बह प्राइवेट अस्पतालों में अपना उपचार करवा ले.

 

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