मां की भक्ति में डूबा रायबरेली जेल! यहां कैदी रख रहे नवरात्र व्रत, फलाहार का कर रहे सेवन

रायबरेली: शारदीय नवरात्र पर पूरे जिले में भक्तिमय माहौल है।चारों तरफ माता रानी के जयघोष सुनाई दे रहे हैं. वहीं, रायबरेली जिला कारागार भी इससे अछूता नहीं है।जिला कारागार  में अपने गुनाहों की सजा काट रहे बंदी इन दिनों मां अंबे की आराधना में लीन है. कोई पूजा पाठ कर रहा है तो कोई 9 दिन का कठिन व्रत धारण करके अपने अपराधों की क्षमा मांग रहे हैं. पहले दिन 286 बंदियों ने व्रत रखा जिनमें से 14 महिला बंदी और 272 पुरुष बंदी शामिल थे.

वहीं 164 बंदियों ने 9 दिन का उपवास धारण किया है. इनमें से एक महिला बंदी भी शामिल हैं।जो रोजाना सुबह-शाम देवी मां की उपासना कर रहे हैं. बंदियों की भक्ति को देखते हुए जेल प्रशासन भी आगे आ गया है और व्रत रखने वाले बंदियों के लिए फलाहार का प्रबंध किया गया है. संगीन अपराधों में सलाखों के पीछे बंद 1100 बंदियों में से 164 बंदी नवरात्र का उपवास रख मइया की उपासना में लीन हैं. बात आस्था की है, लिहाजा जेल प्रशासन भी पूरा सहयोग कर रहा है. पूजन से लेकर उनके खान-पान तक का ध्यान रखा जा रहा है.

इन सभी बंदियों को व्रत के अनुसार खाना-पीना दिया जा रहा है. उनके लिए उबला आलू, दूध, और केला की व्यवस्था कराई गई है. जेल प्रांगण में ही माता रानी की घट स्थापित की गई है. बंदियों द्वारा भजन कीर्तन कर माता की आरती उतारी जाती है. जेल का माहौल भी आस्था के रंग में रंग गया है. ये बंदी जिला कारागार से छूटने के बाद समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का काम करेंगे.

वहीं, परिवार के साथ रहकर बेहतर जीवन जीने की कोशिश करेंगे।बंदियों के लिए पूजा सामग्री की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है. समय-समय पर चिकित्सकों की टीम द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है. जेलर हिमांशु रौतेला ने बताया कि 164 बंदी उपवास पर है. इनमें से एक महिला बंदी भी शामिल हैं. नवरात्र व्रत को लेकर बंदियों में काफी उत्साह है. उनकी सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है. पूजा में जरूरत के सामान उपलब्ध कराए जा रहे हैं.

     
 
 
 
 
 
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