उत्तर प्रदेश : इटावा में नवरात्रि के अवसर पर आयोजित एक डांडिया कार्यक्रम में उस समय हंगामा हो गया, जब एक मुस्लिम डांसर के कार्यक्रम में शामिल होने की बात सामने आई. विश्व हिंदू परिषद (VHP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के स्थानीय नेताओं के हस्तक्षेप के बाद, मुस्लिम कलाकार को डांडिया से बाहर कर दिया गया.
यह घटना कोतवाली इलाके के एक निजी समारोह स्थल में हुई. इस विवाद के बाद, डांडिया कार्यक्रम कड़ी सुरक्षा के बीच जारी रहा. हालांकि, कार्यक्रम स्थल के मुख्य द्वार पर लगाए गए पोस्टर चर्चा का विषय बन गए हैं. इन पोस्टरों पर स्पष्ट रूप से लिखा था, ‘डांडिया कार्यक्रम में किसी भी विधर्मी व्यक्ति का प्रवेश प्रतिबंधित है.’
स्थानीय हिंदूवादी संगठनों ने आरोप लगाया कि गैर-हिंदू लोग, खासकर मुस्लिम समुदाय के पुरुष, पहचान छिपाकर ऐसे धार्मिक कार्यक्रमों में घुसने की कोशिश करते हैं, जिसका उद्देश्य ‘लव जिहाद’ या अन्य आपत्तिजनक गतिविधियों को अंजाम देना होता है. इस घटना ने धार्मिक आयोजनों में लोगों के प्रवेश को लेकर चल रही बहस को फिर से हवा दे दी है.
प्रशासन ने इस मामले में किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की थी. इस तरह की घटनाएं समाज में धार्मिक सद्भाव और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को लेकर नए सवाल खड़े कर रही हैं, जहां धार्मिक आयोजन अब सामाजिक बहिष्कार और प्रतिबंधों का केंद्र बन रहे हैं.