धमतरी: कपड़ा व्यापारी जीएसटी की नई दर लागू होने से खुश हैं. उनका कहना है कि सरकार ने एक हजार रुपये की कीमत वाले कपड़ों पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत कर दिया है. जबकि 2500 रुपये से ऊपर वाले कपड़ों पर 12 प्रतिशत ही जीएसटी लागू है. इससे कमजोर तबके के लोगों का रेडीमेड्स के प्रति रुझान बढ़ेगा और वह कपड़े खरीद सकेंगे. इससे व्यापार को रफ्तार मिलेगी. 12 प्रतिशत को भी पांच प्रतिशत स्लैब में लाने की मांग व्यापारी कर रहे हैं.
कपड़े सस्ते होने से खरीदी-बिक्री की क्षमता बढ़ेगी
नगर पालिका कुरुद के कपड़ा व्यवसायी योगेश जैन ने बताया कि रेडीमेड्स कपड़ों की खरीदारी त्योहारों के मौके पर सबसे अधिक होती है. ऐसे में महंगाई को देखते हुए गरीब लोग रेडीमेड कपड़े खरीदने से दूर होते जा रहे थे. अब एक हजार तक की खरीद वाले कपड़ों पर जीएसटी कम होने से गरीब लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. कपड़े सस्ते होने पर खरीदने की क्षमता बढ़ेगी और बिक्री बढ़ेगी. इससे व्यापारियों को लाभ होगा. आने वाले त्योहारों पर व्यापारियों की अच्छी बिक्री और अच्छा मुनाफा होने की संभावना है.

त्योहारों पर अच्छे बिक्री होने के संकेत है
पुराना बाजार चौक कुरुद के व्यापारी विकास चंद्राकर ने बताया कि जीएसटी की दर कम होने से छोटे व्यापारियों को बड़ा लाभ होगा। लागत कम होने पर वस्तुएं सस्ती होंगी। इससे बिक्री बढ़ेगी और त्योहारों पर लोग अधिक से अधिक रेडीमेड कपड़ों की खरीद कर सकेंगे। इससे व्यापारियों की बिक्री बढ़ेगी। बाजार में मांग बढ़ना ही व्यापारियों को अच्छे मुनाफे का संकेत होता है. त्योहार पर इसका असर दिखाई देगा.

मोदी सरकार का करते है धन्यवाद
नगर पंचायत भखारा के कपड़ा व्यवसायी संतोष जैन ने बताया कि जीएसटी की दो स्लैब कम करने के बाद व्यापारियों का राहत मिली है. जीएसटी कम करने के चलते कपड़े खरीदने पर लोगों का फायदा होगा. व्यापारियों के साथ जनता को भी राहत मिली है. अगर जनता ज्यादा सामान खरीदेगी तो व्यापार में भी बढ़ोतरी होगी. उनकी किराना की दुकान भी है जिस पर 30 से 40 प्रतिशत तक फायदा होने की उम्मीद है. वह मोदी सरकार का धन्यवाद करते है.
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