पूर्वोत्तर रेलवे ने गोरखपुर में विकास कार्यों की रफ्तार को काफी तेज कर दिया है, जिससे दशहरा, दीपावली और छठ पर्व पर आने वाले यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी. यात्रियों की सुविधा और ट्रेनों के बेहतर संचालन के लिए पूर्वोत्तर रेलवे लगातार बड़े स्तर पर काम कर रहा है. वहीं इस कार्य के होने से रेलवे को मेगा ब्लॉक लेना पड़ा है, जिससे यात्रियों को यात्रा करने में इस समय दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है. गोरखपुर जंक्शन से अभी कोई भी ट्रेनें नहीं चलाई जा रही हैं. मेगा ब्लॉक लेने की वजह से कई ट्रेनों को निरस्त भी किया गया है. वहीं कुछ ट्रेनों को अलग स्टेशन से चलाया जा रहा है और कुछ ट्रेनों को दूसरे रूट से चलाया जा रहा है. 26 सितंबर को रेल संरक्षण आयुक्त उत्तर पूर्व सर्कल परियोजना का निरीक्षण करेंगे, जिसके बाद से ट्रेनों का आवागमन शुरू किया जाएगा
पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर जंक्शन से डोमिंनगढ़ के बीच तीसरी लाइन और गोरखपुर से नकहा जंगल तक दूसरी लाइन का काम तेजी से चल रहा है. वहीं इसी परियोजना के तहत नॉन इंटरलॉकिंग का कार्य भी किया जा रहा है. जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह की माने तो अभी पूर्वोत्तर रेलवे पर इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार का कार्य काफी तेजी से चल रहा है. गोरखपुर जंक्शन से डोमिंनगढ़ स्टेशन पर तीसरी लाइन साथ ही साथ गोरखपुर से नकहा जंगल तक दूसरी लाइन का कनेक्शन किया जा रहा है. यह कार्य कल यानी 26 तारीख को पूरा हो जाएगा. इसका CRS द्वारा निरीक्षण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि तीसरी लाइन और दूसरी लाइन के पूरा होते ही गोरखपुर लाइन की क्षमता बढ़ जाएगी, जिससे ट्रेनों का संचालन भी बढ़ जाएगा और ट्रेनें बिना लेट हुए समय से चलेंगी.
सीपीआरओ ने कहा कि जिस प्रकार से इस समय आगामी त्यौहार दशहरा, दीपावली, और छठ आ रहा है. यात्रियों की काफी भीड़ बढ़ेगी जो इस समय रिजर्वेशन की स्थिति है उससे पता चल रहा है. उसको ध्यान में रखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा 106 पूजा स्पेशल ट्रेनें नोटिफाई की गई हैं, जो उस दौरान चलाई जाएगी. अभी यह ट्रेन आने वाले समय में और बढ़ेगी, जिसके लिए लाइन की कैपेसिटी बढ़ाना बहुत जरूरी है, और यह बढ़िया समय था जो दो-तीन दिनों में, दशहरा से पहले ही इस काम को पूरा किया जाना था. इसके लिए रेलवे ने सफिशिएंट मैनपॉवर और मशीनरी लगाया है.
क्यों लिया गया ब्लॉक?
इस समय में जो ब्लॉक लिया गया है उसके शैडो में भी कार्य किए जा रहे हैं. नहीं तो इसी कार्य के लिए अलग से ब्लॉक लेना पड़ता, लेकिन उस काम को इसी के साथ ही किया जा रहा है. छपरा से गोरखपुर बनारस डिवीजन या लखनऊ डिवीजन का जो भी कार्य है, वह भी इसी में पूरा किया जा रहा है. इस दौरान जो कैंसिलेशन ट्रेनें हैं. कोशिश यह की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा ट्रेनों को डायवर्ट करके चलाने की कोशिश की गई है. यात्रियों को दिक्कत ना हों, इस संबंध में मैसेज 45 दिन पहले ही नोटिफाई कर दिया गया था. जिससे कि यात्रियों को कोई सुविधा ना हो, कुछ ट्रेनें जो नवरात्रि में धार्मिक स्थलों पर जाती हैं, जैसे कि देवीपाटन उन ट्रेनों को दूसरे स्टेशन से चलाया जा रहा है.