जमुई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार की महिलाओं को नवरात्र के पावन अवसर पर बड़ी सौगात दी. मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत राज्य की 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से 10-10 हजार रुपये की पहली किस्त भेजी गई. इस अवसर पर प्रधानमंत्री वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में जुड़े जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी ऑनलाइन शामिल होकर महिलाओं के साथ संवाद किया.
जमुई जिले के द्वारिका विवाह भवन में इस योजना का सीधा प्रसारण किया गया. कार्यक्रम में डीडीसी सुभाष चंद्र मंडल, डीपीआरओ वीरेंद्र कुमार, जिला बीस सूत्री सदस्य ई. शंभू शरण, डीपीएम संजय कुमार, प्रबंधक संचार सुनीता कुमारी समेत जीविका से जुड़ी कई पदाधिकारियों के साथ भारी संख्या में दीदियों ने हिस्सा लिया. जैसे ही महिलाओं के खाते में राशि पहुंची, पूरे सभागार में खुशी की लहर दौड़ गई और सभी ने प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया.
“नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार आपके दो भाई” :
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा कि “आपके दो भाई नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार, बिहार की मातृशक्ति की खुशहाली के लिए पूरी निष्ठा से काम कर रहे हैं.गांव बदला है, समाज बदला है और अब परिवार का रुतबा भी बदला है.आने वाले समय में तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है.”
उन्होंने कहा कि अगर जनधन योजना के तहत बहनों के बैंक खाते न खुले होते और उन्हें मोबाइल से न जोड़ा गया होता तो आज यह संभव नहीं हो पाता. “पहले कहा जाता था कि दिल्ली से भेजा गया एक रुपया गांव में पहुंचते-पहुंचते 15 पैसे रह जाता है. अब तकनीक के जरिए यह पैसा बिना किसी लूट-खसोट के सीधे आपके बैंक खाते में पहुंच रहा है.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाओं की तरक्की से समाज और राष्ट्र दोनों आगे बढ़ते हैं. “जब कोई बहन रोजगार करती है तो उसके सपनों को नए पंख लग जाते हैं और उसका सम्मान भी बढ़ जाता है.”
7500 करोड़ की पहली किस्त :
इस योजना के तहत 75 लाख महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये भेजे गए, जिसकी कुल राशि 7500 करोड़ रुपये है। आगे चलकर इस योजना से जुड़ी लाभार्थी महिलाओं को 2 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी. इन पैसों से महिलाएं किराना, बर्तन, कॉस्मेटिक, खिलौने, स्टेशनरी जैसी छोटी दुकानें या फिर कृषि, पशुपालन, हस्तशिल्प, सिलाई-बुनाई जैसे लघु उद्यम शुरू कर सकती हैं.
प्रधानमंत्री ने लाभार्थी महिलाओं से सीधे संवाद भी किया. उन्होंने उनकी रोजगार संबंधी बातें सुनीं और उनकी सफलता की कहानियों से गदगद हो उठे.
मुख्यमंत्री ने जताया आभार :
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है. “प्रधानमंत्री ने इस योजना के लिए राशि उपलब्ध कराई है, इसके लिए हम आभार प्रकट करते हैं। बिहार में विकास की गति निरंतर तेज हुई है और महिलाएं इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं.”
राज्यव्यापी आयोजन और भविष्य की योजना :
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के शुभारंभ के अवसर पर पूरे राज्य में जिला, प्रखंड, पंचायत और गांव स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए गए. इसमें एक करोड़ से अधिक महिलाओं की भागीदारी रही। योजना समुदाय-संचालित होगी, जिसमें वित्तीय सहायता के साथ-साथ स्वयं सहायता समूहों से जुड़े सामुदायिक संसाधन व्यक्ति महिलाओं को प्रशिक्षण देंगे. इसके अलावा उनकी उपज की बिक्री बढ़ाने के लिए ग्रामीण हाट-बाजारों का और विकास किया जाएगा.
इस योजना का उद्देश्य न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है, बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देना है. हर परिवार से एक महिला को इस योजना से जोड़ा जाएगा ताकि वे अपनी पसंद के रोजगार या आजीविका गतिविधि शुरू कर सकें.
जमुई में दिखी खुशी की लहर :
जमुई स्थित द्वारिका विवाह भवन में आयोजित कार्यक्रम में जब लाइव प्रसारण के दौरान प्रधानमंत्री ने महिलाओं को संबोधित किया और खातों में राशि पहुंचने की घोषणा की, तो वहां मौजूद दीदियों के चेहरे खुशी से खिल उठे। सभी ने कहा कि यह राशि उनके लिए नया अवसर लेकर आई है.