छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में डूमरपारा के पास डोलोमाइट खदान क्षेत्र में अवैध तरीके से सागौन के 230 पेड़ काट दिए गए हैं। वन विभाग ने मौके पर पहुंचकर अब तक 215 पेड़ों की गिनती की है। सभी कटे हुए पेड़ों को जब्त कर लिया गया है।
एमआरएस मिनरल्स के संचालक पर डोलोमाइट खनन की तैयारी के लिए पेड़ों की अवैध कटाई का आरोप है। स्थानीय लोगों का कहना है कि राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से रातों-रात इन बेशकीमती पेड़ों को काटा गया।
वन विभाग की सीमा में आता है जमीन
वन विभाग के डीएफओ हिमांशु डोंगरे ने बताया कि यह विवादित भूमि वन विभाग की सीमा में आती है। एमआरएस मिनरल्स के संचालक ने 200 से अधिक सागौन के पेड़ काटकर वहीं छोड़ दिए थे। विभाग ने पीओआर जारी कर सभी पेड़ों को राजसात कर लिया है।
भूमि विवाद के समाधान के लिए कलेक्टर से संयुक्त टीम गठित कर सीमांकन कराने का आग्रह किया गया है। सीमांकन से जमीन के अधिकार क्षेत्र का निर्धारण होगा। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बड़ी संख्या में लगे हुए हैं सागौन के पेड़
बता दें कि डूमरपारा के आसपास बड़ी संख्या में सागौन के पेड़ लगे हुए हैं और डोलोमाइट की खदान भी वहीं स्थित है। स्थानीय लोगों का कहना है कि खनन के लिए रास्ता साफ करने की नीयत से पेड़ों की कटाई की गई है।