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लददाख में अशांति और देश की अर्थव्यवस्था पर भारी दबाव, प्रमोद तिवारी ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए

प्रतापगढ़ : राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने सीमावर्ती अति संवेदनशील लददाख में अशांति भरे हालात को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है.उन्होने लददाख में शांति पर जोर देते हुए मौजूदा हालात के लिए मोदी सरकार की जनता के बीच वादा खिलाफी को ही पूरी तरीके से जिम्मेदार ठहराया है.

उन्होने कहा कि मोदी सरकार ने उस समय बड़ी चूक किया कि देश के संवेदनशील सीमावर्ती जम्मू कश्मीर को पहले से ही राज्य का दर्जा प्राप्त होने के बावजूद उसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया। उन्होने कहा कि जम्मू कश्मीर चुनाव के समय पीएम मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह ने वहां के लोगों से इसे फिर से राज्य का दर्जा बहाल करने का कोरा आश्वासन भी दिया था.

उन्होने कहा कि पीएम मोदी की लगातार घट रही विश्वसनीयता के कारण जनता ने वहां भाजपा पर भरोसा नही जताया.उन्होने कहा कि जनादेश को अपने अनुकूल न पाकर पीएम मोदी व गृहमंत्री अमित शाह अपने चुनावी वायदे से मुंह मोड़ रहे हैं.राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि चुनावी वायदे को पूरा नहीं करने की पीएम और गृहमंत्री के गैरजिम्मेदारानापन के कारण ही लददाख की जनता अपने को ठगा महसूस करने लगी.

उन्होने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश होने के कारण वहां कानून और व्यवस्था को बनाए रखने की पूरी जिम्मेदारी केंद्र की भाजपा सरकार पर ही है.राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि सरकार संवेदनशील लददाख के मसले पर सियासत का गैरजिम्मेदाराना राग अलापने की जगह वहां हर कीमत पर शांति व सुरक्षा कायम रखने के प्रति गंभीर हों.वहीं राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार स्थापित विदेश नीति का कई वैश्विक मुददों पर लगातार उल्लंघन कर रही है.

राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि पीएम के स्थापित विदेश नीति से इतर अपने निजी सम्बन्धों को प्राथमिकता देने के कारण ही राष्ट्रीय सुरक्षा व अर्थव्यवस्था के हालात चिंताजनक हो उठे हैं.उन्होने कहा कि एच-1 वीजा का प्रभाव मंहगाई पर सीधे असर डाल रहा है.राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले टैरिफ का वार किया.उन्होने कहा कि इसके बाद एच-1 वीजा के जरिए भारतीय प्रतिभाओ व छात्रों के सामने असहज स्थिति खड़ी कर दिया है.

उन्होने कहा कि डॉलर के मुकाबले रूपया लगातार टूट रहा है.उन्होने कहा कि रूपये पर दबाव के कारण देश में कच्चे तेल, खाद्य तेल व इलेक्ट्रानिक्स तथा प्लास्टिक के घरेलू उत्पादों के दामों में चिन्ताजनक बढ़ोत्तरी हुई है.उन्होने कहा कि दवाईओं तथा चिकित्सीय उपकरण के दाम भी ऊंचे सूचकांक पर हैं। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि सबसे बड़ी चिन्ताजनक चुनौती घरेलू शेयर बाजार में भी लगातार गिरावट को लेकर अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में है.

उन्होने कहा कि एच-1 वीजा तथा रूपये पर भारी दबाव की कीमत देश व विदेश में भारतीय छात्र व व्यापारी तथा युवा चुका रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ताजा घोषणाओं पर भी घेराबंदी करते हुए राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने इसे सिर्फ चुनावी जुमला करार दिया है.उन्होने कहा कि भाजपा ने महाराष्ट्र चुनाव के पहले महिलाओं के लिए जो भी घोषणाएं की थी वह आज सिर्फ घोषणाओं में ही दबकर रह गयी हैं.

 

उन्होने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश को पहले यह बताना चाहिए कि प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा कुछ दिन पहले ही बिहार में करोड़ो के पैकेज की घोषणा का हवामहल कहां है। वहीं उन्होने बिहार को विशेष राज्य के पैकेज के सवाल पर भी नितीश कुमार को आडे़ हाथों लिया.उन्होने कहा है कि दरअसल बिहार चुनाव नजदीक होने के कारण भाजपा को पता चल गया है कि वहां उसकी स्थिति खराब है.

उन्होने कहा कि इसीलिए चुनावी घोषणा के चंद रोज पहले अब बिहार के मुख्यमंत्री फिर जनता को चुनावी घोषणाओं का लॉलीपाप दिखाने लगे हैं.राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी का बयान शुक्रवार को मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से निर्गत हुआ है.

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