धमतरी: जिले में आदि कर्मयोगी अभियान–रेस्पॉन्सिव गवर्नेंस प्रोग्राम के अंतर्गत नगरी विकासखंड स्थित आदिवासी भवन में आज एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में कलेक्टर अबिनाश मिश्रा मुख्य रूप से उपस्थित रहे. इस अवसर पर 9 क्लस्टरों के लगभग 83 गांवों के समाज प्रमुख, सरपंच, सचिव एवं जिला स्तरीय अधिकारी बड़ी संख्या में शामिल हुए.
बैठक को संबोधित करते हुए कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि गांव की नींव मजबूत होने पर ही विकास की दिशा तय होती है. उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्रामवासियों की वास्तविक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए प्रस्ताव की पूरी रूपरेखा तैयार स्वीकृति हेतु उच्चस्तर पर भेजी जाए. जिला स्तरीय कार्य प्रशासन को प्रस्तुत करें. कलेक्टर ने समाज प्रमुखों से आग्रह किया कि वे गांव की भौगोलिक स्थिति, सामाजिक परिस्थितियों, उपलब्ध संसाधनों और प्राथमिकताओं की जानकारी साझा करें, ताकि योजनाएं व्यवहारिक और जनहितकारी बन सकें.
पंचायत सचिवों ने दी पीआरए की जानकारी
उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर छोटे मार्गों का निर्माण, सामुदायिक पेयजल योजना, सड़क, पुल-पुलिया, सिंचाई व्यवस्था, युवाओं के कौशल विकास एवं रोजगार तथा विद्युत सब-स्टेशन जैसे बुनियादी ढांचे के प्रस्तावों को प्राथमिकता दी जाएगी. कलेक्टर ने यह भी कहा कि ऐसे कार्य किए जाएं जिनका लाभ लंबे समय तक अधिक से अधिक ग्रामीणों तक पहुंचे. इस अवसर पर ग्राम पंचायत सचिवों द्वारा पीआरए (Participatory Rural Appraisal) की जानकारी प्रस्तुत की गई.
नगरी क्षेत्र में मत्स्य पालन की संभावनाओं का जिक्र
कलेक्टर मिश्रा ने नगरी क्षेत्र में मत्स्य पालन की अपार संभावनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इसे बढ़ावा देकर आजीविका के नए अवसर विकसित किए जाएंगे. कार्यक्रम के अंत में आदिवासी सदन नगरी में समाज प्रमुखों, सरपंचों, सचिवों एवं अधिकारियों ने कलेक्टर मिश्रा के साथ भोजन किया. इस दौरान विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित रहे.