श्योपुर: जिला अस्पताल की अव्यवस्था.भ्रष्टाचार.मरीजों समेत परिजनों के साथ दुर्व्यवहार और आवाज उठाने वालों पर झूठी एफआईआर और सिविल सर्जन को श्योपुर जिले से हटाने की मांग को लेकर नागरिकों ने जमकर हल्ला बोला.उन्होंने मामले की शिकायत कलेक्टर अर्पित वर्मा व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर की.
इस दौरान कांग्रेस के विधायक बाबू जंडेल व कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं पूर्व विधायक नीटू सिंह सिकरवार समेत अन्य कांग्रेस नेता और विभिन्न संगठनों के लोग मौजूद रहे.लोगों का आरोप था कि जिला अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में जिला पंचायत अध्यक्ष रीना मीणा के इलाज के दौरान बरती गई. लापरवाही और दुर्व्यवहार का मुद्दा उठाने पर जनपद पंचायत अध्यक्ष रीना मीणा के पति और दो अन्य लोगों के खिलाफ मुद्दा उठाया पंरतु प्रशासन और सिविल सर्जन अपनी कमियों को छुपाने के लिए जनता की आवाज को दबाने की कोशिश करता है.और झूठी FIR करता है.
इन सभी मामलों को लेकर यह ज्ञापन सौंपा गया इसी बीच श्योपुर कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. जिसमें विधायक बाबू जंडेल ने सीएम डॉ मोहन यादव और बीजेपी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि खुद सीएम डॉ मोहन यादव और श्योपुर बीजेपी नेताओं का हाथ है. जनपद पंचायत अध्यक्ष पति के और उनके लोगों के खिलाफ झूठी FIR करवाई है.
कांग्रेस विधायक का आरोप सीएम और बीजेपी नेताओं का हाथ झूठी FIR
अब श्योपुर कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि कांग्रेस की जनपद पंचायत अध्यक्ष के पति और साथियों के खिलाफ जो FIR करवाई है उसमें सीएम डॉ मोहन यादव और बीजेपी नेताओं का हाथ है. नगर पालिका. बिजली. खाद और अन्य समस्या को लेकर जनता जब जब आवाज उठाती है बीजेपी की सरकार मोहन यादव FIR करवा देती है. कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिला अस्पताल श्योपुर में जो गुंडागर्दी चल रही है. जो आवाज उठाता है. उस पर नर्स स्टॉफ डॉक्टर और पुलिस प्रशासन FIR करवाती है. क्या यह बात सीएम डॉ मोहन यादव को पता नहीं है. सन् 2020 में में जिला अस्पताल के लिए 15 डॉक्टर लेकर आया था. सभी डॉक्टरों का बीजेपी सरकार और नेताओं ने ट्रांसफर करवा दिया. उसका सीधा दोषी डॉक्टर मोहन यादव है.और श्योपुर जिला अस्पताल में इलाज ना की कोई चीज है। श्योपुर जिला अस्पताल में 80 फीसदी लोग कोटा, बारां, सवाई माधोपुर और जयपुर में इलाज करवाते है. अगर राजस्थान में उपचार नहीं होता. और पड़ोसी राज्य नहीं होता तो श्योपुर की 75% लोग अब तक मर चुकीं होती.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के नेता भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के नेत भ्रष्टाचार में लगे हुए है. बीजेपी नेताओं को किसान.बीजेपी के नेता भ्रष्टाचार में लगे हुए है. पूर्व में श्योपुर बंजारा के पास शराब का ठेका खोल दिया है. शराबी उस क्षेत्र में उत्पाद मचाने का काम कर रहे है. उन्हीं महिलाओं पर पुलिस द्वारा झूठी FIR करवा दी. उन्हीं महिलाओं की आवाज को दबाने के लिए शराब का ठेका जमकर चल रहा है.
हालांकि वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बीजेपी की ओर से किसी भी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.