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मध्य प्रदेश: ठेकेदार-सरपंच की वर्चस्व जंग में अधूरा पुल बना काल: नहर में गिरी गाय की मौत, तीन गांवों की जिंदगी खतरे में…

सीधी: घुघुटा गांव में ठेकेदार और ग्राम पंचायत सरपंच की खींचतान ने ग्रामीणों की जिंदगी और मवेशियों की जान दोनों को जोखिम में डाल दिया है. शजहां से नौढ़िया तक जाने का एकमात्र रास्ता नहर पर बने अधूरे पुल से होकर गुजरता है. शनिवार को इस खतरनाक पुल पर एक गाय फिसलकर नहर में जा गिरी और तड़पते हुए उसकी दर्दनाक मौत हो गई.

इस भावुक दृश्य ने हर किसी की आंखें नम कर दीं. मर रही गाय को बचाने के लिए आसपास की अन्य गायें भी नहर किनारे खड़ी होकर लगातार प्रयास करती रहीं। कभी उसे सींगों से धकेलने की कोशिश करतीं, तो कभी जोर-जोर से रंभाकर आसपास खड़े लोगों से मदद की गुहार लगातीं। लेकिन मजबूर ग्रामीणों के सामने हालात ऐसे बने कि वे चाहकर भी उसे नहीं बचा सके.

ग्रामीणों का कहना है कि यह पहला हादसा नहीं है। इससे पहले भी एक गोवंश की मौत हो चुकी है और दो बच्चे व एक महिला घायल हो चुके हैं। ठेकेदार त्रिवेंद्र सिंह और ग्राम पंचायत के बीच जारी वर्चस्व की लड़ाई इस पुल के निर्माण को रोक रही है. सरपंच सुशील हलवाई का कहना है कि ठेकेदार का पूर्व कार्य बेहद घटिया था, इसलिए पंचायत स्वयं निर्माण कराना चाहती है। वहीं ठेकेदार का कहना है कि जब तक उन्हें ठेका नहीं मिलेगा, पुल का काम नहीं होने देंगे.

इस विवाद का खामियाजा तीन गांवों के लोग भुगत रहे हैं। नौढ़िया के सरपंच ने बताया कि लोगों की जिंदगी हर रोज खतरे में है और प्रशासन अब तक चुप है. वहीं ग्रामीण रवींद्र तिवारी ने कहा कि उनके सामने ही गाय तड़प-तड़पकर मर गई और यह सब ठेकेदार और पंचायत की खींचतान का नतीजा है.

मामले पर तहसीलदार रामपुर नैकिन आशीष मिश्रा ने कहा कि यह संवेदनशील विषय है. जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पटवारी को मौके पर भेजा गया है.

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