उत्तर प्रदेश: सीएचसी में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की जमीनी हकीकत क्या है? इसका एक उदाहरण देखने को मिला. हादसे में गंभीर रूप से घायल महिला का इलाज चिकित्सकों ने मोबाइल टार्च के उजाले में किया. लगभग दो घंटे तक बिजली कटी रही, जिससे मरीज व तीमारदार परेशान रहे, लेकिन जिम्मेदारों ने जनरेटर चलाने व इन्वर्टर की खामी दूर करने की जहमत नहीं उठाई.
हरदत्त नगर गिरंट क्षेत्र की ग्राम पंचायत उल्हवा निवासी रजवंती (40) किसी काम से देवर परशुराम (30) के साथ बाइक से जमुनहा गई थीं. काम पूरा होने के बाद शाम को घर लौट रही थीं. जमुनहा–बहराइच मार्ग पर शिकारी चौड़ा के सामने से आ रहे बाइक सवार ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी.
हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गईं. स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस की मदद से उन्हें सीएचसी मल्हीपुर पहुंचाया. सीएचसी में बिजली न होने पर रजवंती की हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने मोबाइल टार्च के उजाले में उनका प्राथमिक इलाज किया और जिला अस्पताल भिनगा रेफर कर दिया.
परशुराम को हल्की चोट आने से उन्हें घर भेज दिया गया. हादसे के बाद दूसरा बाइक सवार मौके से भाग गया. सीएचसी में मौजूद मरीजों व तीमारदारों ने आरोप लगाया कि लगभग दो घंटे से बिजली गुल है और सभी को परेशानी हो रही है.
सीएचसी अधीक्षक डॉ. ठाकुरदास ने कहा कि पूरे दिन बिजली कटौती की समस्या रही, दिन भर जनरेटर चला था और इन्वर्टर भी चार्ज था. कुछ टेक्निकल समस्या के चलते रात में महिला के इलाज के दौरान आपूर्ति नहीं हो सकी. टेक्नीशियन को बुलाकर समस्या का निराकरण करवा लिया गया है.