रायबरेली: महराजगंज क्षेत्र के जनई गांव के पास एक बाग में स्थित कुएं में सरकारी एवं प्राइवेट दवाइयों की बड़ी खेप एक बोरी में मिलने से हड़कंप मच गया. ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे सीएचसी अधीक्षक ने जांच पड़ताल में जुट गए है. जनई गांव निवासी धनंजय सिंह शनिवार सुबह अपने खेतों की तरफ गए हुए थे, जैसे ही वह बाग के पास कुएं के नजदीक पहुंचे तभी उन्हें कुएं में एक बोरी दिखाई दी. उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में चोरियां अत्यधिक हो रही है. इसलिए उक्त कुएं से उन्होंने बोरी निकाली और बोरी के अंदर उन्हें काफी मात्रा में सरकारी व प्राइवेट दवाइयां, एक बैनर और एक्स-रे मिला.
जिसके पश्चात उन्होंने इसकी सूचना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महाराजगंज के अधीक्षक डॉक्टर गणनायक पांडे को दी. मौके पर पहुंचे अधीक्षक ने दवाइयां को अपने कब्जे में लेकर जांच करने की बात कही है और दोषियों के ऊपर कठोर से कठोर कार्यवाही आश्वासन भी दिया है. अधीक्षक डॉक्टर गणनायक पांडे ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा सूचना दूरभाष के माध्यम से प्राप्त हुई. इसके पश्चात मै और मेरी टीम मौके पर पहुंचे. उक्त दवाइयों को कब्जे में ले लिया गया है तथा बोरी के अंदर से मिले बैनर को भी कब्जे में ले लिया गया है.
फिलहाल बैनर जिस कार्यक्रम का है. वह कार्यक्रम हमारे अस्पताल के द्वारा संचालित नहीं किया जाता है. वहीं जो एक्स-रे मिला है, उसे सील कर दिया गया है और एक्सरे पर जिसका नाम व पता है उससे भी पूछताछ की जाएगी. फिलहाल यह जो दवाइयां प्राप्त हुई है यह ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में समय-समय पर विभिन्न अभियानों के अंतर्गत बांटने के लिए आशा बहुओ, ऐनम एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी को दी जाती हैं. फिलहाल दवाइयां को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है, जो भी उक्त घटना में दोषी पाया जाएगा उसके ऊपर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी.
जानकारी यह भी प्राप्त हुई है कि जो भी दवाइयां कुएं के अंदर मिली है, उनकी एक्सपायरी डेट वर्ष 2027 बताई जा रही है. फिलहाल स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर सरकार द्वारा प्रदान की जा रही है ऐसी दवाइयां जो आम आदमी की प्रयोग में लाई जाती है, उनकी इतनी बड़ी खेप यहां किसके द्वारा फेंकी गई है. स्थानीय लोगों ने भी अधीक्षक डॉक्टर गणनायक पांडे की उक्त मामले में कठोर से कठोर कार्यवाही करने व जांच करने की मांग की है.
उधर, सीएमओ डॉक्टर नवीन चंद्रा ने कहा कि दवाओं को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है. जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.