भारत के लिए बुधवार का दिन शानदार रहा. हाई जंप में और जैवलिन थ्रो दोनों में भारत ने दो सिल्वर-ब्रॉन्ज मेडल जीत लिए है. भारत को इन दो खेलों से एक-एक मेडल की उम्मीद थी. लेकिन एथलीटों ने शानदार और जानदार प्रदर्शन करते हुए दो-दो मेडल भारत की झोली में डाल दिए. इस पेरिस पैरालंपिक्स में भारत ने अब तक कुल 20 मेडल जीतकर एक नया इतिहास रच दिया है.
भारत ने इससे पहले टोक्यो में 19 पदक जीते थे. पेरिस में भारत ने पैरालंपिक के इतिहास का सबसे बड़ा ग्रुप भेजा था. भारत ने इससे पहले एक ही संस्करण में इतने पदक कभी नहीं जीते थे. लेकिन इस बार भारत ने पैरालंपिक 2024 में अब तक कुल 20 पदक अपने नाम कर लिए है. इसमें तीन गोल्ड, सात सिल्वर और दस ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं. हालांकि, भारत की कोशिश होगी कि मेडल की संख्या को और बढ़ाया जाए.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
भारत के लिए मेंस जैवलिन थ्रो F46 में अजीत सिंह ने सिल्वर तो सुंदर सिंह गुर्जर ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है. अजीत सिंह ने 65.62 मीटर के थ्रो के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया. वहीं सुंदर सिंह गुर्जर ने 64.96 मीटर के थ्रो के साथ ब्रॉन्ज मेडल पर अपना कब्जा जमाया.खेल के छठेवें दिन भारत ने हाई जंप और जैवलिन थ्रो के दोनों ही गेम में दो-दो सिल्वर और ब्रॉन्ज अपने नाम करके इतिहास रच दिया. इस दिन भारत ने कुल पांच मेडल जीत लिए. इससे पेरिस पैरालंपिक में भारत के मेडलों की संख्या 20 हो गई है. अब तक के सभी पैरालंपिक के इतिहास में भारत के एक ही संस्करण में ये सबसे ज्यादा मेडल हैं.
भारत को मेंस हाई जंप T63 मुकाबले में सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल मिला है. इसमें शरद कुमार ने जहां सिल्वर मेडल अपने नाम किया है तो वहीं मरियप्पन थंगावेलु को ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है. मरियप्पन ने 1.85 मीटर की जंप के साथ ब्रॉन्ज अपने नाम किया. शरद कुमार ने पैरालंपिक रिकॉर्ड तोड़ते हुए 1.88 मीटर की जंप के बाद सिल्वर पर अपना कब्जा जमाया.
इससे पहले भारत ने टोक्यो में 19 पदक जीते थे. पेरिस पैरालंपिक के लिए भारत ने अब तक का अपना सबसे बड़ा दल भेजा था और उसकी नजरें इस बार 25 से भी ज्यादा मेडल हासिल करने पर हैं. भारतीय एथलीटों की नजरें अभी और मेडल लाकर एक बड़े रिकॉर्ड को बनाने की कोशिश है.