तमिलनाडु के करूर में टीवीके प्रमुख और अभिनेता से राजनेता बने विजय की रैली में भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जिसमें बच्चों और कई अन्य लोगों के घायल होने की खबर है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार इस हादसे में 31 लोगों के अपनी जान गंवाने की आशंका जताई जा रही है।
भीड़ की अधिकता और नियंत्रण खोने के कारण कई लोग बेहोश होकर गिर पड़े। इस दौरान रैली स्थल पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने भीड़ को संभालने की कोशिश की, लेकिन भारी संख्या में लोग दबाव और भगदड़ की वजह से गंभीर रूप से घायल हो गए। विजय ने भीड़ को शांत करने के लिए अपना भाषण रोक दिया और प्रचार बस से पानी की बोतलें फेंककर लोगों को राहत देने का प्रयास किया।
घटना के समय विजय जनसभा को संबोधित कर रहे थे और भीड़ लगातार बढ़ रही थी। भगदड़ के कारण एंबुलेंस को घायलों तक पहुंचने में मुश्किल हुई, लेकिन स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घायलों को पास के अस्पतालों में पहुंचाया। कई लोग इलाज के दौरान गंभीर हालत में हैं और उनके जीवन के लिए संघर्ष जारी है।
स्थानीय अधिकारियों और पुलिस बल ने रैली स्थल पर तुरंत नियंत्रण स्थापित किया। घटना के बाद रैली स्थल पर भारी तनाव देखने को मिला। स्थानीय विधायक सेंथिल बालाजी ने भी घटना स्थल का दौरा किया और मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की है और राहत कार्य जारी है।
इस घटना ने राज्य में बड़े पैमाने पर चिंता पैदा कर दी है। रैली में भगदड़ और सुरक्षा प्रबंधन की कमियों को लेकर राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने सवाल उठाए हैं। स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन टीम को भी मौके पर बुलाकर घायलों के लिए जरूरी संसाधनों की व्यवस्था की गई।
अधिकारियों ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है और बताया कि आगे ऐसी भीड़ नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। विजय ने भीड़ पर नियंत्रण खोने की स्थिति को देखते हुए अपना भाषण पहले ही समाप्त कर दिया और राहत कार्य में प्रशासन का सहयोग किया। इस हादसे ने तमिलनाडु में रैलियों और जनसभाओं में सुरक्षा प्रबंधन की आवश्यकता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।