छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में नवरात्रि के दौरान आयोजित गरबा और डांडिया कार्यक्रमों में विवाद खड़ा हो गया। यू-ट्यूबर एल्विश यादव का कार्यक्रम हिंदू संगठनों के विरोध के चलते रद्द कर दिया गया। एल्विश जैसे ही अंबिकापुर पहुंचे, विरोध कर रहे युवकों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और नारेबाजी की। पुलिस ने हालात संभालते हुए उनके काफिले को सुरक्षित बाहर निकाला और सरगुजा सीमा तक छोड़ा।
इसी विरोध को देखते हुए आयोजकों ने अंजली अरोड़ा का 28 सितंबर को सरगवां पैलेस में होने वाला डांडिया कार्यक्रम भी रद्द कर दिया। आयोजकों का कहना है कि माहौल को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। हालांकि, कार्यक्रम के लिए पहले ही दो हजार से अधिक पास बेचे जा चुके थे, जिनकी कीमत 499 रुपये से शुरू होकर अलग-अलग श्रेणियों में थी।
शनिवार को एल्विश यादव के आने पर पर्पल आर्किड और सरगवां पैलेस के बाहर हिंदू संगठनों ने पोस्टर जलाए और कार्यक्रम को अश्लील बताते हुए विरोध दर्ज कराया। विरोध के कारण एल्विश का शो बिना आयोजित हुए ही खत्म हो गया। वहीं, पास खरीदने वाले लोगों ने पैसे लौटाने की मांग की है। बताया गया कि आयोजकों ने एल्विश यादव को बुलाने के लिए करीब 20 लाख रुपये का भुगतान किया था।
कार्यक्रम की टिकटें 800 रुपये से लेकर वीआईपी और वीवीआईपी श्रेणी में 25 हजार रुपये तक बेची गई थीं। एल्विश यादव के बिना ही डांडिया का आयोजन किया गया, लेकिन दर्शकों में असंतोष बना रहा।
अब सरगुजा में 29 सितंबर को अभिनेता गोविंदा और 30 सितंबर को अभिनेत्री व डांसर डैसी शाह का कार्यक्रम तय किया गया है। आयोजकों ने बताया कि इन दोनों कार्यक्रमों के लिए भी बड़ी संख्या में पास बिक चुके हैं और तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यह पहली बार होगा जब गोविंदा और डैसी शाह सरगुजा में प्रस्तुति देंगे।
विरोध करने वाले संगठनों का कहना है कि एल्विश के कुछ पुराने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जिसके चलते उन्हें लेकर आपत्ति जताई गई। इसी कारण अंबिकापुर में उनके साथ-साथ अंजली अरोड़ा का कार्यक्रम भी रद्द करना पड़ा।