छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक युवक की हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि खमतराई थाना क्षेत्र के उरकुला इलाके में 20 वर्षीय ओमकार ओझा की उसकी मां से विवाद के बाद उसके दोस्तों के साथ मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। आरोपियों ने पहले युवक से जमकर मारपीट की, उसका गला दबाया और डबरी में डुबो-डुबो कर मार डाला। इसके बाद लाश को रेलवे ट्रैक पर फेंककर इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई, लेकिन ट्रेन से लाश कटने की बजाय लोको पायलट ने समय रहते लाश देख पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने लंबी जांच के बाद घटना में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें भानु दास मानिकपुरी, पीकेश दास, कमलेश दास और संजय निषाद शामिल हैं। मुख्य आरोपी अजय दास मानिकपुरी अभी फरार है। पूछताछ में सामने आया कि 9-10 सितंबर की रात ओमकार शराब पीकर अजय की मां लक्ष्मी दास मानिकपुरी के साथ विवाद कर रहा था। इसी बहाने भानु दास और अजय दास ने उसे मारना शुरू किया।
इसके बाद आरोपी ओमकार को ई-रिक्शा में बैठाकर रेलवे स्टेशन के पास सुनसान जगह पर ले गए। वहां दो अन्य साथी कमलेश और पीकेश भी शामिल हुए। चारों ने मिलकर ओमकार की गला दबाकर हत्या की और उसे डबरी के पानी में बार-बार डुबाया। मृतक के सिर और चेहरे पर चोट के स्पष्ट निशान पाए गए।
हत्याकांड को आत्महत्या का रूप देने के प्रयास में लाश को रेलवे पटरी पर फेंका गया, लेकिन ट्रेन से कटने के कारण योजना विफल रही। लोको पायलट की सतर्कता से पुलिस को समय पर सूचना मिली। पुलिस ने आरोपी के पास से मृतक का मोबाइल और ई-रिक्शा बरामद किया।
घटना ने स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने पूरे मामले की जांच तेज कर दी है और फरार मुख्य आरोपी की तलाश में जुटी है। इस घटना ने परिवार और समाज में आक्रोश पैदा किया है और युवाओं में हिंसा की प्रवृत्ति पर चिंता बढ़ा दी है।
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कहा कि कानून के अनुसार सभी आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। मृतक के परिवार को न्याय दिलाने और ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रशासन सतर्क हो गया है।