उत्तर प्रदेश के कानपुर में गाड़ियों का पंचर बनाने वाले का खाता खुलवाकर उसके अकाउंट से 53 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन कर लिया गया. मामले में मेडिकल स्टोर के संचालक ने पीड़ित को पैसों का लालच देकर उसके और उसकी पत्नी के नाम खाता खुलवाया. इसके बाद सत्यापन के नाम पर उसका डेबिट कार्ड और पासवर्ड अपने पास रख लिया. पुलिस ने पीड़ित के निशानदेही पर मेडिकल स्टोर संचालक को गिरफ्तार कर लिया है.
मामला कानपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र का है. यहां कश्यप नगर के रहने वाले धर्मेंद्र कुशवाहा ने मेडिकल स्टोर संचालक पर आरोप लगाया है कि उसने पैसों का लालच और कई सरकारी लाभ बता कर सरकारी बैंक में धर्मेंद्र और पत्नी का खाता खुलवाया. इसके लिए मेडिकल स्टोर संचालक में उसको ₹5000 का लालच दिया. इसके बाद कुछ युवकों ने अपने आप को बैंक कर्मी बताते हुए सत्यापन के नाम पर उसका डेबिट कार्ड और पासवर्ड उससे ले लिया.
दो अकाउंट से 53 लाख का ट्रांजैक्शन
इसके बाद उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि उसके खाते में 37 लाख रुपए और पत्नी के खाते में 16 लाख रुपए आए हैं. फिर कुछ देर बाद खाते से पैसों को निकाल लिया गया. इसकी जानकारी उन्हें मोबाइल फोन के माध्यम से ही हुई. बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई. सूचना मिलने पर कल्याणपुर पुलिस ने साजिश कर्ता मेडिकल स्टोर संचालक को हिरासत में ले लिया है.
एसीपी ने क्या कहा?
एसीपी कल्याणपुर रंजीत कुमार क्या कहना है कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. रविवार को बैंक बंद होने के चलते जानकारी नहीं मिल पाई हैं. सोमवार को यानी आज इस मामले में बैंक से अधिक जानकारी कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. घटना में पुलिस आरोपी से भी पूछताछ कर रही है.
मामले में मेडिकल स्टोर संचालक की साली प्रदेश के बाहर एक सरकारी बैंक में कार्यरत है. वही इस जलसाजी की मास्टरमाइंड बताई जा रही है. उसी के कहने पर संचालक में पंचर बनाने वाले व उसकी पत्नी का अकाउंट खुलवाया था. पुलिस को आशंका है कि दोनों खातों का इस्तेमाल साइबर फ्रॉड से मंगाई गई रकम के लिए किया गया था. इसके लिए पुलिस साइबर एक्सपर्ट टीम की भी सलाह ले रही है.