स्वामी चैतन्यानंद प्रकरण में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके करीबी सहयोगी हरी सिंह को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने पीड़िता और उसके परिवार को लगातार धमकियां दीं और उन पर दबाव बनाया कि वे दर्ज मामला वापस ले लें। पुलिस के अनुसार, हरी सिंह ने पीड़िता के पिता को फोन कर धमकी दी थी कि अगर केस वापस नहीं लिया गया तो गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।
मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज किए और जांच तेज की। तकनीकी सबूतों और कॉल रिकॉर्ड्स की जांच के बाद हरी सिंह की भूमिका स्पष्ट हो गई। इसके आधार पर उसे हिरासत में लिया गया और आगे की पूछताछ जारी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी ने पीड़िता को मानसिक रूप से कमजोर करने और न्याय प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की, जो एक गंभीर अपराध है।
स्वामी चैतन्यानंद से जुड़े इस मामले में पहले भी कई विवाद सामने आ चुके हैं। पीड़िता ने दर्ज रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि उसे प्रताड़ित किया गया और केस दर्ज होने के बाद परिवार पर तरह-तरह का दबाव बनाया जा रहा है। अब हरी सिंह की गिरफ्तारी के बाद इस प्रकरण में एक नई कड़ी जुड़ गई है।
कानून विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की हरकतें न्याय प्रक्रिया में बाधा डालती हैं और पीड़ित पक्ष के लिए अतिरिक्त परेशानी पैदा करती हैं। पुलिस ने साफ किया है कि किसी भी तरह का दबाव या धमकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाएगी।
फिलहाल हरी सिंह से पूछताछ जारी है और पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या इस पूरे मामले में और लोग भी शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही आगे की गिरफ्तारी संभव है। वहीं, पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है ताकि वे किसी भी तरह के दबाव से मुक्त होकर न्याय प्रक्रिया में सहयोग कर सकें।