इंग्लैंड के प्रमुख ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। उन्होंने अपने संन्यास की घोषणा सोशल मीडिया और टीम इंग्लैंड के माध्यम से की। वोक्स ने बताया कि यह निर्णय उनके लिए भावनात्मक रूप से कठिन रहा, लेकिन अब उन्होंने अपने करियर का यह अध्याय समाप्त करने का समय सही समझा।
क्रिस वोक्स ने इंग्लैंड की टीम के लिए कई यादगार मुकाबले खेले। उन्होंने विशेष रूप से ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए ख्याति हासिल की। उनके करियर में न सिर्फ शानदार गेंदबाजी रही, बल्कि बल्लेबाजी में भी उन्होंने कई अहम पलों पर टीम को संभाला। वोक्स ने अपने करियर में टेस्ट, वनडे और टी20 सभी प्रारूपों में योगदान दिया।
खास बात यह है कि वोक्स ने भारत के खिलाफ एक मैच में अपने हाथ में चोट होने के बावजूद बल्लेबाजी जारी रखी थी। मैच के दौरान उनका हाथ टूट गया था, लेकिन उन्होंने टीम की जरूरत के अनुसार खड़े होकर बल्लेबाजी की। यह उनकी मेहनत, लगन और टीम के प्रति समर्पण का परिचायक माना गया। इस साहसिक प्रदर्शन के लिए उन्हें आलोचना नहीं बल्कि प्रशंसा मिली।
वोक्स की कप्तानों और साथियों ने उनके संन्यास पर भावुक प्रतिक्रिया दी। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें उनके योगदान के लिए सम्मानित करते हुए कहा कि उनका खेल और आत्मविश्वास आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा। साथ ही टीम में उनके आने वाले खाली स्थान को भरना चुनौतीपूर्ण रहेगा।
क्रिस वोक्स ने अपने करियर के दौरान कई यादगार क्षण दिए। उन्होंने विश्व कप और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में इंग्लैंड को सफलता दिलाई। उनके खेल और अनुशासन ने टीम के लिए कई कठिन समय आसान बनाए।
अब वोक्स अपने व्यक्तिगत जीवन और घरेलू क्रिकेट पर ध्यान देने की योजना बना रहे हैं। वे भविष्य में युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने और क्रिकेट के विकास में योगदान देने के लिए भी रुचि रखते हैं। उनके संन्यास से क्रिकेट प्रेमियों को भावुक क्षण मिले, लेकिन उनके खेल और उपलब्धियां हमेशा याद रखी जाएंगी।