तमिलनाडु के करूर में शनिवार को हुई रैली में हुई भगदड़ की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हादसे में 41 लोगों की मौत हो गई जबकि दर्जनों लोग घायल हुए। अब इस दुखद घटना के बाद एनडीए ने आठ सदस्यीय डेलिगेशन का गठन किया है, जो हादसे वाली जगह पर जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगा और हादसे की वजहों पर रिपोर्ट पेश करेगा।
डेलिगेशन का नेतृत्व मथुरा से बीजेपी सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी कर रही हैं। इसके अलावा डेलीगेशन में अनुराग ठाकुर, तेजस्वी सूर्या, बृजलाल, अपराजिता सारंगी, रेखा शर्मा, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे और तेदेपा के पुट्टा महेश कुमार शामिल हैं। सभी सदस्य बीजेपी से हैं और इस पहल के जरिए पीड़ित परिवारों को राहत और सांत्वना देने का प्रयास किया जाएगा।
हादसे के दिन, अभिनेता और नेता विजय की रैली का कार्यक्रम दोपहर 12:30 बजे से शुरू होना था, लेकिन उन्होंने लगभग छह घंटे की देरी के बाद शाम 7:40 बजे मंच संभाला। रैली स्थल की क्षमता 10,000 लोगों की थी, लेकिन मौके पर लगभग 27-30 हजार लोग जमा हो गए। भारी भीड़ और लंबे इंतजार के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोग घायल और 41 लोगों की मौत हो गई।
इस हादसे के अगले दिन, मिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन करूर पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। वहीं, उप मुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने अभिनेता विजय की पार्टी TVK पर जानबूझकर भीड़ बढ़ाने का आरोप लगाया।
विशेषज्ञों के अनुसार इस तरह की भीड़ प्रबंधन की कमी और रैली में असमय जुटी भीड़ हादसे की मुख्य वजह बनी। अब एनडीए डेलिगेशन के दौरे से न केवल पीड़ित परिवारों को सांत्वना मिलेगी, बल्कि हादसे की जांच और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।
इस दौरे का उद्देश्य पीड़ितों को न्याय और राहत सुनिश्चित करना, उनकी समस्याओं को सुनना और प्रशासन के लिए स्पष्ट रिपोर्ट तैयार करना है। डेलिगेशन के आने से करूर हादसे के दुख को कम करने और भविष्य में सुरक्षा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने में मदद मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।