कोल्हापुर जिले में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के दौरे को लेकर विवाद बढ़ गया है। हिंदूवादी संगठनों ने ओवैसी के कार्यक्रम का कड़ा विरोध किया और प्रदर्शन किया। संगठनों का कहना है कि नवरात्रि के दौरान उनके किसी भी कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और विवादित बयान देने वाले ओवैसी के जिले में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
जानकारी के अनुसार ओवैसी कोल्हापुर के इचलकरंजी में अपने नए एमआईएम कार्यालय का उद्घाटन करने आए थे। उनके कार्यक्रम में प्रेस कॉन्फ्रेंस और जनसभा भी शामिल थी। हालांकि सुरक्षा कारणों और विरोध प्रदर्शन के चलते उद्घाटन समारोह को स्थगित कर दिया गया। एमआईएम कार्यालय परिसर में पुलिस की भारी तादाद मौजूद है और क्षेत्र को पुलिस छावनी जैसी स्थिति में रखा गया।
हिंदूवादी संगठनों ने इस दौरान शाहुपुरी पुलिस को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि ओवैसी के कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाया जाए। उनका कहना है कि ओवैसी अक्सर देश, धर्म और ईश्वर के खिलाफ विवादित बयान देते रहते हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कोल्हापुर शाहू महाराज के विचारों पर चलने वाला शहर है और ऐसे लोगों के लिए यहाँ कोई जगह नहीं होनी चाहिए। संगठनों ने यह भी बताया कि स्थानीय मुसलमान भी ओवैसी के दौरे का विरोध कर रहे हैं।
ओवैसी के साथ AIMIM नेता इम्तियाज जलील भी कोल्हापुर दौरे पर हैं। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने उनके होटल और कार्यक्रम स्थल के आसपास विशेष सतर्कता बरती। प्रशासन ने शाम सात बजे होने वाली जनसभा के लिए अनुमति दी, जबकि उद्घाटन समारोह स्थगित कर दिया गया।
हिंदूवादी संगठनों ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि राज्य में सामाजिक शांति और एकता बनाए रखना आवश्यक है। उनका आरोप है कि सरकार विवादित मामलों को बढ़ावा देकर सामाजिक वातावरण खराब कर राजनीतिक लाभ उठाना चाहती है।
यह विवाद कोल्हापुर में ओवैसी के पहले दौरे को भी प्रभावित कर रहा है। प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर रखी है ताकि किसी अप्रिय घटना को रोका जा सके। इस मामले में आगे की कार्रवाई और प्रशासन की प्रतिक्रिया आगामी समय में स्पष्ट होगी।