उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के सिकंदरा कस्बे में स्थित गाजी मियां की दरगाह पर दो पक्षों के बीच जमकर हिंसक झड़प हुई। झड़प का कारण दरगाह के प्रबंधन और चढ़ावे के पैसों को लेकर विवाद बताया गया। घटना के समय दोनों पक्षों के लोग लाठी-डंडे लेकर आमने-सामने हो गए, जिससे इलाके में अफरातफरी फैल गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों के कई लोगों को हिरासत में लिया और जांच शुरू कर दी।
दरगाह के एक पक्ष के नेता सफदर जावेद ने खुद को वक्फ बोर्ड का नामित अध्यक्ष बताया। वहीं, दूसरे पक्ष के मोहम्मद अकरम ने जावेद पर उन्हें धोखे में रखकर वक्फ बोर्ड में अपनी रजिस्ट्रेशन कराने का आरोप लगाया। अकरम ने कहा कि मामला हाई कोर्ट के आदेश पर ट्रिब्यूनल कोर्ट में विचाराधीन है और ट्रस्ट की भूमि को लेकर भी उच्च न्यायालय में केस चल रहा है। कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि किसी को भी दरगाह में जियारत करने से रोका नहीं जाएगा और ताला खोलने का आदेश दिया गया।
हालांकि इसके बावजूद विवाद बना रहा। सफदर जावेद ने सभी पक्षों को एकत्रित कर दरगाह के गेट का ताला खोल दिया, लेकिन अकरम पक्ष के लोग जब बुधवार को दरगाह पहुंचे, तो जावेद पक्ष के लोगों ने उन्हें भगा दिया। इसी तनाव के चलते रविवार को दोनों पक्षों में फिर से हिंसक टकराव हुआ, जिसमें जमकर लाठी-डंडे चले।
पुलिस ने बताया कि घटना में शामिल कुछ लोगों को हिरासत में लेकर आगे की जांच की जा रही है। इस झड़प से इलाके में सुरक्षा और सामाजिक शांति पर असर पड़ा। प्रशासन ने कहा कि मामले की गहन जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा प्रबंध किए जाएंगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि दरगाह का इतिहास और धार्मिक महत्व है, इसलिए सभी पक्षों को संयम और शांतिपूर्ण व्यवहार बनाए रखना चाहिए। प्रशासन ने दोनों पक्षों से सहयोग का अनुरोध किया है और विवाद के शीघ्र समाधान के लिए मध्यस्थता की प्रक्रिया शुरू की गई है।
इस घटना ने न केवल स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ाई है, बल्कि प्रशासन को भी सतर्क कर दिया है कि धार्मिक स्थलों पर किसी भी तरह के विवाद को तुरंत निपटाया जाए।