बेगूसराय: नवरात्र के सातवें दिन कालरात्रि की पूजा के बाद बेगूसराय जिले का माहौल भक्तिमय हो उठा. भगवती मंदिरों के पट खुलते ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. इस बार सबसे अनोखा और भव्य दृश्य बखरी के ऐतिहासिक पुरानी दुर्गा मंदिर में देखने को मिल रहा है, जहां पंडाल को तिरुपति बालाजी मंदिर के स्वरूप में सजाया गया है.
पश्चिम बंगाल से आए 20 कारीगरों ने 30 दिनों की कड़ी मेहनत से इसे तैयार किया है. पंडाल की सजावट के लिए विशेष डिज़ाइन का कपड़ा बाहर से मंगाया गया और पूरे ढांचे पर करीब 25 लाख रुपये खर्च किए गए. खास बात यह है कि इस भव्य पंडाल को मुस्लिम डेकोरेटर ने तैयार किया है, जो आपसी सद्भाव का अद्भुत उदाहरण है.
मंदिर समिति के सचिव तारानंद सिंह ने बताया कि शक्तिपीठ दुर्गा स्थान का भव्य पुनर्निर्माण नागर शैली में किया जा रहा है, जैसा अयोध्या में राम मंदिर बना है. जब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं होता, श्रद्धालुओं को विशेष अनुभव देने के लिए तिरुपति बालाजी मंदिर के तर्ज पर पंडाल तैयार किया गया है. 600 साल पुराने इस शक्तिपीठ का इतिहास आस्था और तंत्र साधना से जुड़ा है. माना जाता है कि इसकी स्थापना परमार वंश के राजाओं ने की थी. तभी से यह स्थल भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करने वाला माना जाता है.