विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के दर्शन समय में बढ़ोतरी करने को लेकर कई दिन से मंथन चल रहा था. ठाकुर बांके बिहारी मंदिर की हाई लेवल मैनेजमेंट कमेटी ने इस आदेश को चौथी मीटिंग में ही पारित कर दिया था. हालांकि, किसी कारण बस यह आदेश लागू नहीं हो पाया था, लेकिन सोमवार को हुई पांचवी हाई लेवल मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में इस आदेश को सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं.
सोमवार को वृंदावन के लक्ष्मण सहित स्मारक भवन में हुई बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के समय में परिवर्तन किया जाएगा. जिस पर ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के गोस्वामी, जो की कमेटी में सदस्य हैं. उन्होंने दो राजभोग और दो शयन भोग पर अपनी सहमति जताई है. बांके बिहारी मंदिर की नवीन सारणी कुछ इस प्रकार है.
मंदिर दर्शन का समय
ग्रीष्मकालीन दर्शन समय (होली की दूज से प्रात:काल 07:00 बजे से 07: 15 बजे तक श्रृंगार आरती, उसके पश्चात 07:15 से 12:25 बजे तक दर्शन और फिर राजभोग आरती 12: 25 शुरू होगी. इसके बाद 12:30 मंदिर के पट बंद हो जाएंगे. सांयकाल 04:15 बजे से 09:30 तक दर्शन होंगे. इसके बाद 09:30 बजे शयन आरती और फिर कपाट बंद हो जाएंगे. शीतकालीन दर्शन समय (दीपावली की दूज से) प्रात काल 08:00 बजे से 15 मिनट श्रंगार आरती.
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर
उसके पश्चात 08:.15 बजे से 01:30 बजे तक दर्शन और फिर राजभोग आरती के बाद कपाट बंद हो जाएंगे. सायंकाल 04:00 बजे से 09:00 बजे तक दर्शन होंगे. इसके बाद 09:00 बजे शयन आरती तथा उसके बाद मंदिर के कपाट बंद हो जाएंगे.वहीं, इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए ठाकुर बांके बिहारी हाई लेवल मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष और हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस अशोक कुमार ने बताया कि पिछले कई दिनों से ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के समय बढ़ाने की बात की जा रही थी.
लेकिन किसी कारण बस यह समय लागू नहीं हो पा रहा था. सोमवार को इस समय को लागू करने के निर्देश दे दिए गए हैं. मंगलवार 30 सितंबर से ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के समय में परिवर्तन हो जाएगा और भक्तों के लिए सुविधा होगी. आगे उन्होंने बताया कि एक हफ्ते के अंदर ही भक्तों के लिए लाइन व्यवस्था भी लागू हो जाएगी. जिससे की भक्त आसानी दर्शन कर सकेंगे.